दिल्ली की तंग गलियों से शिफ्ट होगा चांदनी चौक-सदर बाजार! दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कही ये बात – chandni chowk sadar bazar should be shifted market in front of lal quila delhi cm rekha gupta said this
Chandni Chowk: दिल्ली की तंग गलियों से चांदनी चौक और सदर बाजार शिफ्ट होगा। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि चांदनी चौक और सदर बाजार जैसे पुराने व अत्यधिक भीड़भाड़ वाले बाजारों को ट्रांसफर करने की जरूरत है। चांदनी चौक और सदर बाजार दिल्ली के सबसे पुराने और मशहूर बाजारों में से हैं। ये बाजार मुगल काल से चले आ रहे हैं। लाल किले के सामने बने चांदनी चौक बाजार की जगह का दिल्ली के इतिहास में अपना महत्व है।अब तंग गलियां चांदनी चौक बाजार को कर रही हैं परेशानहालांकि, आज ये बाजार बेहद तंग गलियों, भारी भीड़ और अव्यवस्थित माहौल के लिए जाने जाते हैं। यहां की गलियां इतनी संकरी हैं कि एक साथ दो लोग भी आराम से नहीं चल सकते, ऊपर से ठेले, दुपहिया वाहन और दुकानदारी के सामान ने जगह और कम कर दी है। गर्मियों में धूल और उमस से हाल बेहाल हो जाता है, वहीं बारिश में कीचड़ और जलभराव आम बात है। ट्रैफिक जाम, पार्किंग की किल्लत और बुनियादी सुविधाओं की कमी ने व्यापारियों और ग्राहकों दोनों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।संबंधित खबरेंव्यापारियों को बेहतर माहौल देने की दिशा में प्रयासभारत मंडपम, प्रगति मैदान में आयोजित अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (CAIT) के कार्यक्रम में सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि इन पुराने बाजारों में व्यापार करना अब बेहद मुश्किल हो गया है। वहां इतनी तंगी है कि सांस लेना भी दूभर हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि व्यापार के लिए एक नया, खुला और सुव्यवस्थित स्थान विकसित किया जाए।पुरानी सरकारों पर भी साधा निशानामुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा कि दिल्ली पिछले दस वर्षों में पीछे रह गई, क्योंकि पिछली सरकारों में न तो काम करने की इच्छाशक्ति थी और न ही दूरदृष्टि। उनकी सरकार व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता से सुन रही है और उनका समाधान ढूंढ रही है।जीएसटी माफी योजना पर कामगुप्ता ने बताया कि दिल्ली सरकार एक व्यापारी कल्याण बोर्ड का गठन करने जा रही है, ताकि व्यापार से जुड़ी शिकायतों का एक ही मंच पर समाधान हो सके। इसके साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि सरकार जीएसटी से संबंधित माफी योजना लाने पर गंभीरता से काम कर रही है, जिससे छोटे व्यापारियों को राहत मिल सके।Gold Price: पीक से 7000 रुपये नीचे आया सोना, क्या करना चाहिए निवेश?