जल्दी खत्म करना चाहते हैं पर्सनल लोन? जरूरी नियम के साथ जानिए पूरा प्रोसेस – personal loan preclosure rules process documents charges india 2025
Personal Loan Preclosure: लोन हमेशा वित्तीय बोझ की तरह होता है। यही वजह है कि हर किसी की कोशिश रहती है कि लोन को जल्द से जल्द चुका दिया जाए। अगर आप भी पर्सनल लोन की EMI चुका रहे हैं और समय से पहले लोन खत्म करने की सोच रहे हैं, तो यह एक अच्छा कदम हो सकता है। इससे लंबी अवधि के ब्याज से बचा जा सकता है और वित्तीय राहत भी मिलती है। लेकिन इस प्रक्रिया में कुछ शर्तें, शुल्क और जरूरी दस्तावेज भी होते हैं, जिन्हें जानना जरूरी है।कौन कर सकता है प्री-क्लोजर?अधिकतर बैंक तब ही प्री-क्लोजर की अनुमति देते हैं, जब लोन लेने के बाद कम से कम 12 EMI चुका दी गई हों। लेकिन, अगर बैंक ने आपको रियायती शर्त पर लोन दिया है, तो कुछ मामलों में आप एक ही EMI के बाद भी लोन प्री-क्लोजर की अनुमति दे देता है। हालांकि, अगर आप तय EMI से पहले पूरा लोन चुकाने की कोशिश करता है, तो बैंक पेनल्टी वसूल सकता है।संबंधित खबरेंप्री-क्लोजर का स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस बैंक में जाएं: ज्यादातर बैंक लोन प्री-क्लोजिंग की सुविधा ऑनलाइन नहीं देते। ग्राहक को बैंक की ब्रांच में जाकर आवेदन करना होता है। दस्तावेज साथ रखें: लोन प्री-क्लोजिंग के लिए लोन खाता नंबर और स्टेटमेंट, वैध फोटो आईडी (जैसे आधार, पैन, पासपोर्ट) और अंतिम EMI का पेमेंट प्रूफ चाहिए होता है। प्री-क्लोजर फॉर्म भरें: ब्रांच से फॉर्म लेकर उसमें सभी डिटेल भरें और दस्तावेज संलग्न करें। बकाया राशि का भुगतान करें: इसमें प्रिंसिपल अमाउंट के अलावा कोई बकाया ब्याज या प्री-क्लोजर चार्ज भी शामिल हो सकते हैं। रसीद और पावती प्राप्त करें: भुगतान के तुरंत बाद बैंक से रसीद जरूर लें। NOC और क्लोजर सर्टिफिकेट लें: बैंक कुछ दिनों में आपको No Objection Certificate और Loan Closure Certificate भेजता है, जो भविष्य के लिए बेहद जरूरी दस्तावेज हैं। प्री-क्लोजर चार्ज कितना लगता है?यह काफी हद तक बैंक पर निर्भर करता है और अलग-अलग हो सकता है। बैंक अमूमन लोन लेने के 13 से 24 महीने के बीच प्री-क्लोजिंग पर 4% तक चार्ज लेते हैं। वहीं, 25 से 36 महीने के बीच यह चार्ज 3% हो जाता है। हालांकि, बैंक अक्सर 48 महीने से अधिक के बाद लोन बंद करने पर कोई चार्ज नहीं लेते।अगर चार्ज की बात करें, तो यह लोन अमाउंट, टेन्योर और बैंक की पॉलिसी पर भी निर्भर करता है। इसके अलावा, GST भी लागू होता है। ऐसे में आपको लोन बंद करने से पहले अपने बैंक से संपर्क करके सभी चार्ज और शर्तें क्लियर कर लेनी चाहिए।लोन चुकाने के बाद किन बातों का रखें ध्यान? NOC और क्लोजर सर्टिफिकेट जरूर लें: ये दस्तावेज भविष्य में क्रेडिट स्कोर सुधारने और किसी भी विवाद से बचने में मदद करते हैं। क्रेडिट रिपोर्ट जांचें: यह सुनिश्चित करें कि क्रेडिट रिपोर्ट में आपके लोन को ‘Closed’ मार्क किया गया है। सभी दस्तावेज सुरक्षित रखें: प्रूफ के तौर पर लंबे समय तक इनकी जरूरत पड़ सकती है, इसलिए सभी दस्तावेज सुरक्षित रखने चाहिए। यह भी पढ़ें : Kotak Mahindra Bank अब डेबिट कार्ड पर नहीं देगा इंश्योरेंस, जानिए कब से होगा लागू