गिरावट के बीच आपको SIP बंद कर देना चाहिए, जारी रखना चाहिए या नया SIP शुरू करना चाहिए? – sip should you stop your mutual fund sip continue it or start a new sip know what does experts say
स्टॉक मार्केट में गिरावट ने निवेशकों को बेचैन कर दिया है। हालांकि, लगातार 10 दिन तक मार्केट हरे निशान में दिख रहा है। 6 मार्च को लगातार दूसरे दिन मार्केट का मूड बदला लग रहा है। लेकिन, एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसे मार्केट के रुख में बदलाव का संकेत नहीं माना जाना चाहिए। सवाल है कि क्या आपको अपना सिप बंद कर देना चाहिए? दरअसल, मार्केट में गिरावट के बीच सिप बंद करने के मामले बढ़ रहे हैं। सिप स्टॉपेज रेशियो जनवरी में 109 फीसदी पर पहुंच गया था। यह बताता है कि नए सिप की संख्या के मुकाबले बंद होने वाले सिप की संख्या ज्यादा है। कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि आपको अपना सिप बंद नहीं करना चाहिए। उनका यह भी कहना है कि अगर इनवेस्टर्स के पास सरप्लस पैसे हैं तो उसे अभी नया सिप शुरू कर देना चाहिए।इनवेस्टर्स को मार्केट के उतारचढ़ाव पर ध्यान नहीं देना चाहिएजेएम फाइनेंशियल सर्विसेज के मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्णा राव ने कहा SIP को जारी रखना बहुत जरूरी है। यह निवेश में अनुशासन बनाए रखने के लिए आवश्यक है। इससे लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा, “इनवेस्टर्स को बाजार के उतारचढ़ाव पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। उनका फोकस लॉन्ग टर्म निवेश पर होना चाहिए, जिसके लिए SIP का जारी रहना जरूरी है।” उन्होंने कहा कि मार्केट में गिरावट आने पर SIP के अमाउंट को बढ़ाना चाहिए। इससे लॉन्ग टर्म में बड़ा फंड तैयार करने में काफी मदद मिलती है।संबंधित खबरेंयह लॉर्जकैप कंपनियों के शेयरों में निवेश का सही वक्तराव ने कहा कि निवेशकों को लॉर्जकैप में निवेश बढ़ाना चाहिए। इसकी वजह यह है कि अभी वैल्यूएशन काफी अट्रैक्टिव हो गया है। निफ्टी की वैल्यूएशन एक साल की फॉवर्ड अर्निंग्स की 18.5 गुना रह गई है। यह लंबी अवधि के 20.5 गुना के औसत के मुकाबले 10 फीसदी कम है। इनवेस्टर्स अच्छी क्वालिटी के स्टॉक्स में निवेश कर सकते हैं। अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले म्यूचुअल फंड की लार्जकैप स्कीम में सिप से निवेश शुरू किया जा सकता है।अभी सिप बंद करने से लॉन्ग टर्म में वेल्थ क्रिएशन का मौका चूक जाएंगेइक्वेंटिस वेल्थ एडवायजरी सर्विसेज के फाउंडर और एमडी मनीष गोयल ने कहा कि मार्केट की तस्वीर बदलने के आसार हैं। जीडीपी ग्रोथ तीसरी तिमाही में अच्छी रही। लिक्विडिटी बढ़ी है। आगे कंपनियों की अर्निंग्स में इम्प्रूवमेंट की उम्मीद है। अगर टैरिफ को लेकर उथलपुथल को छोड़ दिया जाए तो स्थितियां ठीक लग रही हैं। कुछ समय तक सुस्ती के बाद सरकार का पूंजीगत खर्च फिर से बढ़ता दिख रहा है। इस वक्त सिप से हो रहा निवेश बहुत अहम है। लंबी अवधि में यह निवेश बड़ा फर्क पैदा करेगा। जो निवेशक अपने सिप को बंद कर रहे हैं वे बड़ी कमाई का रास्ता बंद कर रहे हैं।