देश के ऑफिस मार्केट में फ्लेक्स सेगमेंट की हिस्सेदारी तेजी से बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। दिल्ली-एनसीआर का ऑफिस मार्केट फ्लेक्स स्पेस के लिए सबसे बड़े मार्केट के रूप में उभर रहा है। इसके बाद पुणे और बेंगलूरु बड़े फ़्लैक्स ऑफिस मार्केट हैं। फ्लेक्स ऑफिस में ग्रीन सर्टिफाइड ऑफिस की मांग भी तेजी से बढ़ी है और दो तिहाई से अधिक फ्लेक्स स्पेस ग्रीन सर्टिफाइड हैं।
फ्लेक्स स्पेस की मांग कितनी हुई?
संपत्ति सलाहकार फर्म जेएलएल इंडिया के मुताबिक देश के 7 प्रमुख शहरों में 2024 में फ्लेक्स स्पेस की मांग 153 लाख वर्ग फुट दर्ज की गई, जो अब तक की रिकॉर्ड मांग है। यह 2023 की मांग 103 लाख वर्ग फुट से 50 फीसदी अधिक है। कुल ऑफिस लीजिंग में फ्लेक्स स्पेस की हिस्सेदारी बढ़कर 19.3 फीसदी हो गई है। जेएलएल इंडिया में मुख्य अर्थशास्त्री और अनुसंधान प्रमुख डॉ सामंतक दास ने कहा कि भारत में फ्लेक्स स्पेस सेक्टर ने न केवल उम्मीदों को पूरा किया है, बल्कि उम्मीदों से भी बढ़कर 2024 में इसकी मांग 150 लाख वर्ग फुट से अधिक दर्ज की गई। मजबूत ऑक्यूपेंसी (occupancy) रेट और निजी इक्विटी (PE) समर्थन के साथ फ्लेक्स स्पेस ने भारत के कमर्शियल रियल एस्टेट में एक दीर्घकालिक खिलाड़ी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया है। हमारे अनुमानों से संकेत मिलता है कि 2026 तक भारत के शीर्ष 7 शहरों में फ्लेक्स स्पेस का परिचालन 10 करोड़ वर्ग फुट को पार कर जाएगा।
किस शहर में सबसे ज्यादा लिए जा रहे हैं फ्लेक्स स्पेस?
देश के 7 प्रमुख शहरों में दिल्ली-एनसीआर फ्लेक्स स्पेस के मामले में सबसे आगे है। जेएलएल की इस रिपोर्ट के अनुसार कुल फ्लेक्स लीजिंग में दिल्ली-एनसीआर की हिस्सेदारी सबसे अधिक 42 फीसदी है। हाल के दिनों में पुणे फ्लेक्स ऑपरेटरों द्वारा तीव्र विस्तार देखने वाले मार्केट के रूप में उभरा है और यह 14 फीसदी हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर रहा, जबकि देश में सबसे बड़ा फ्लेक्स इकोसिस्टम वाला शहर बेंगलूरु 13 फीसदी हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर आ गया। कुल फ्लेक्स स्पेस मांग में हैदराबाद की हिस्सेदारी 13 फीसदी, मुंबई की 9 फीसदी, चेन्नई की 8 फीसदी और कोलकाता की एक फीसदी रही। जेएलएल इंडिया में ऑफिस लीजिंग और रिटेल सर्विसेज के हेड राहुल अरोड़ा ने कहा कि भारत का फ्लेक्स स्पेस मार्केट 2024 में अभूतपूर्व ऊंचाइयों पर पहुंच गया है, जिसमें शीर्ष सात शहरों में कुल स्टॉक 740 लाख वर्ग फुट तक पहुंच गया है। Enterprise की मांग आसमान छू रही है और 2024 में इनको रिकॉर्ड 1,83,200 सीटें लीज पर दी गई हैं। इसमें साल-दर-साल 9.2 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई। इनमें बेंगलूरु और दिल्ली एनसीआर का दबदबा जारी है। फ्लेक्स स्पेस के डील साइज में भी इजाफा हुआ है। 2024 में यह औसत डील साइज 21.4 फीसदी बढ़कर 63,000 वर्ग फुट हो गया।