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Education Loan: विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन लेना चाहते हैं? जानिए बैंक, NBFC और विदेशी बैंक में से किससे लोन लेने में फायदा – education loan for foreign study know which one is best of bank nbfc foreign institution

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विदेश में पढ़ाई पर काफी ज्यादा खर्च आता है। इसलिए ज्यादातर मातापिता विदेश में अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए लोन लेना चाहते हैं। बैंक एजुकेशन लोन पर 8.60 से 13.70 फीसदी इंटरेस्ट लेते हैं। इस लोन में विदेश में पढ़ाई से जुड़े दूसरे खर्च भी शामिल होते हैं। हालांकि, पढ़ाई के लिए विदेश आनेजाने का खर्च इसमें शामिल नहीं होता है। बाहर से कोचिंग और प्राइवेट ट्यूशन फीस जैसे खर्च भी इस लोन में शामिल नहीं होते हैं।कई बातों पर निर्भर करता है एजुकेशन लोन का अमाउंटबैंक कितना एजुकेशन लोन (Education Loan) देगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस देश में पढ़ाई करने जा रहे हैं। Kuho Fianance के सीओओ श्रीधर हेब्बर ने कहा कि बैंक या एनबीएफसी लोन देने से पहले यह देखते हैं कि स्टूडेंट किसी इंस्टीट्यूशन और किस कोर्स में पढ़ाई करने जा रहा है और पढ़ाई करने के बाद उसके जॉब में आने की कितनी संभावना है। इसकी वजह यह है कि इससे स्टूडेंट की लोन चुकाने की क्षमता तय होती है।एजुकेशन लोन देने में बढ़ी है NBFC की दिलचस्पीकई बैंक एजुकेशन लोन के लिए कोलैटरल की मांग करते हैं। प्रॉपर्टी, बैंक डिपॉजिट, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी कोलैटरल के रूप में बैंक के पास रखी जा सकती हैं। ये चीजें मातापिता के नाम में हो सकती हैं। पिछले कुछ सालों में एजुकेशन लोन में एनबीएफसी की दिलचस्पी भी बढ़ी है। इसलिए एजुकेशन लोन लेने से पहले बैंक और एनबीएफसी के इंटरेस्ट रेट के बारे में ठीक से जान लेना जरूरी है। इसकी वजह यह है कि इंटरेस्ट रेट में मामूली फर्क से काफी असर पड़ता है।सरकारी बैंकों का इंटरेस्ट रेट कम होता हैआपको बैंक और एनबीएफसी में से किससे एजुकेशन लोन चाहिए, यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि स्टूडेंट की जरूरत किस तरह की है। हेब्बर ने कहा कि सरकारी बैंक आम तौर पर कम इंटरेस्ट रेट्स पर एजुकेशन लोन ऑफर करते हैं। वे ज्यादा लोन अमाउंट भी ऑफर करते हैं। लेकिन, लोन एप्रूव में काफी समय लगता है, जिसकी वजह काफी ज्यादा पेपरवर्क है। एनबीएफसी में लोन जल्द एप्रूवल हो जाता है। इस वजह से कई मातापिता अपने बच्चे के लिए एजुकेशन लोन एनबीएफसी से लेना चाहते हैं।एनबीएफसी से लोन लेने के फायदेंसेबी रजिस्टर्ड इनवेस्टमेंट एडवाइजर एडुफंड की को-फाउंडर इला दुबे के मुताबिक, एनबीएफसी से एजुकेशन लोन लेना उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो कोलैटरल नहीं रखना चाहते। इसके अलावा उन लोगों के लिए भी एनबीएफसी से एजुकेशन लोन लेना ठीक है, जो जल्द एजुकेशन लोन का जल्द डिस्बर्समेंट चाहते हैं। आप इंटरनेशनल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस से भी लोन ले सकते हैं। कुछ विदेशी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस एजुकेशन लोन ऑफर करते हैं।विदेशी इंस्टीट्यूशंस से भी लो सकते हैं लोनअगर आप विदेशी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस से एजुकेशन लोन लेना चाहते हैं तो आपको कुछ अतिरिक्त बातों का ध्यान रखना होता है। इसमें डॉलर के मुकाबले रुपये के एक्सचेज रेट का रिस्क शामिल होता है। हेब्बर ने कहा कि अगर आप किसी विदेशी इंस्टीट्यूशंस में डॉलर में लोन लेते हैं और पढ़ाई के बाद आपका बच्चा इंडिया लौट आता है और उसकी सैलरी रुपये में आती है तो लोन के रिपेमेंट पर करेंसी कनवर्ज कॉस्ट का बोझ उठाना पड़ता है।यह भी पढ़ें: Savings की छोटी सी शुरुआत से आप बना सकते हैं बड़ी संपत्ति, जानिए कैसेकरेंसी एक्सचेंज रेट में बदलाव का पड़ता है बड़ा फर्कइसे एक उदाहरण की मदद से समझ सकते हैं। मान लीजिए आपने जब 50,000 डॉलर का लोन लिया था तो डॉलर के मुकाबले रुपये का मूल्य 75 था। लेकिन, अब डॉलर के मुकाबले रुपये का एक्सचेंज रेट 87 हो गया है तो लोन का अमाउंट करीब 6 लाख रुपये तक बढ़ जाता है। यह कॉस्ट व्यक्ति पर काफी भारी पड़ता है। अगर स्टूडेंट पढ़ाई के बाद विदेश में करियर बनाना चाहता है तो वह इस अतिरिक्त कॉस्ट से बच सकता है।

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