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Trump Tariff: अब पैसा अमेरिकी मार्केट से निकल भारत में आने वाला है, निवेश के मौके को हाथ से जाने न दें – trump tariff investments will now move to india from america this is right time to invest in indian markets

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी ने विदेशी निवेशकों को अपनी स्ट्रेटेजी बदलने को मजबूर कर दिया है। अब पैसा अमेरिकी मार्केट्स से निकल भारत जैसे उभरते बाजारों में आएगा। व्हाइट ओक कैपिटल के फाउंडर प्रशांत खेमका ने यह अनुमान जताया है। उन्होंने कहा कि कैपिटल का फ्लो मार्केट के मूवमेंट्स पर निर्भर करता है। अगर मार्केट में गिरावट है तो यह चढ़ेगा। अगर मार्केट चढ़ा है तो यह गिरेगा। 7 अप्रैल को इंडिया सहित एशियाई मार्केट्स में बड़ी गिरावट आई। इसकी वजह ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी है।2025 में अमेरिकी मार्केट का खराब प्रदर्शनखेमका ने कहा कि जनवरी से पहले 12 महीनों में अमेरिकी मार्केट (US Markets) का प्रदर्शन शानदार था। इससे इंडिया सहित दुनियाभर के बाजारों से पैसा निकल अमेरिकी मार्केट में जा रहा था। लेकिन, 2025 अमेरिकी मार्केट्स के लिए अच्छा नहीं है। अमेरिकी मार्केट्स में बड़ी गिरावट दिख रही है। एक तरफ जहां अमेरिका में स्लोडाउन दिख रहा है तो दूसरी तरफ इंडिया सहित उभरते बाजारों में विदेशी निवेश सामान्य होता दिख रहा है।संबंधित खबरेंइंडिया को लेकर बदला विदेशी निवेशकों का रुखउन्होंने कहा, “विदेशी निवेशक इंडियन मार्केट्स को लेकर निगेटिव नहीं रह गए हैं। किसी-किसी दिन तो वे इंडियन मार्केट्स को लेकर काफी पॉजिटिव दिखते हैं।” उन्होंने कहा कि ऐसे में यह लगता है कि इंडिया और दूसरे उभरते बाजारों में विदेशी निवेशकों का रुख पॉजिटिव रहेगा। इस साल Nasdaq 19.95 फीसदी गिरा है। S&P 500 13.54 फीसदी लुढ़का है। Dow Jones में 9.62 फीसदी गिरावट आई है।ग्लोबल मार्कट सूचकांकों में घटी इंडिया की हिस्सेदारीखेमका ने कहा कि करीब छह महीने पहले तक हमारा मार्केट सबसे बड़ा हो गया था। अक्टूबर 2024 में इंडियन मार्केट के कुछ सूचकांकों के आधार पर तो इंडिया चीन से भी बड़ा हो गया था। लेकिन, बीते छह महीनों में चीन का प्रदर्शन इंडिया से बेहतर रहा है। अब फिर से ग्लोबल सूचकांकों में चीन की हिस्सेदारी करीब 30 फीसदी पहुंच गई है, जबकि इंडिया का प्रदर्शन खराब रहा है। अब गोलबल सूचकांकों में इंडिया की हिस्सेदारी 18 फीसदी है। अब ताइवाइन की हिस्सेदारी इंडिया से थोड़ी ज्यादा हो गई है।यह भी पढ़ें: Fiem Industries Stocks: यह डरने की जगह फीम इंडस्ट्रीज जैसे स्टॉक्स में निवेश करने का मौका, जल्द रॉकेट बनेगा यह स्टॉकबदलने जा रही विदेशी निवेशकों की स्ट्रेटेजीअभी इंडिया में होने वाले कुल विदेशी निवेश में इंडिया डेडिकेटेड फंड की हिस्सेदारी करीब 33 फीसदी है। अगर दिसंबर के बाद की बात की जाए तो उभरते बाजारों से पैसा निकल अमेरिकी मार्केट में जा रहा था। जनवरी-फरवरी के दौरान ऐसा देखने को मिला। अब इसकी रफ्तार सुस्त पड़ती दिख रहा है। इसका मतलब है कि विदेशी निवेशकों का रुख इस पर निर्भर करेगा कि आगे ग्लोबल मार्केट्स को लेकर किस तरह की तस्वीर बन रही है।

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