Credit Card का संभलकर करें इस्तेमाल, ये गलती की तो बिगड़ जाएगा क्रेडिट स्कोर – credit score credit card cur smart usage guide
Credit Card: अगर क्रेडिट कार्ड का समझदारी से इस्तेमाल करें, तो काफी अच्छी चीज है। लेकिन, अगर आपने जरा भी लापरवाही बरती, तो आपके क्रेडिट स्कोर को तगड़ी चोट पहुंच सकती है। अगर क्रेडिट कार्ड के नए यूजर हैं, तो आपको अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। खासकर, क्रेडिट कार्ड की लिमिट को लेकर।हर कार्ड की तय क्रेडिट लिमिट होती है और उसी दायरे में खर्च करना फाइनेंशियली सेफ माना जाता है। भले ही लिमिट बड़ी हो, लेकिन पूरी लिमिट खर्च कर देना आपकी क्रेडिट हेल्थ पर सीधा असर डाल सकता है। कई लोग यह समझ नहीं पाते कि इससे उनका क्रेडिट स्कोर गिर सकता है, जो भविष्य में लोन या क्रेडिट लेने में मुश्किल पैदा कर सकता है।क्या होता है क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो?संबंधित खबरेंयह एक सिंपल कैलकुलेशन है:(कुल खर्च ÷ कुल क्रेडिट लिमिट) × 100 = CURजैसे कि अगर आपके कार्ड की लिमिट ₹10 लाख है और आपने ₹7 लाख खर्च किए हैं, तो आपका CUR हुआ 70%।जितना कम CUR होगा, उतना बेहतर क्रेडिट स्कोर के लिए माना जाता है। CUR बढ़ने का मतलब है कि आप अपनी लिमिट के करीब या उससे ज्यादा खर्च कर रहे हैं, जो जोखिम भरा माना जाता है।CUR कितना होना चाहिए?आदर्श स्थिति में इसे 30% से कम होना चाहिए। अगर आपकी कुल क्रेडिट लिमिट ₹2 लाख है, तो कोशिश करें कि खर्च ₹60,000 से ज्यादा न हो। यानी लिमिट का 30% तक ही खर्च करें। इससे आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो कंट्रोल में रहेगा, क्रेडिट स्कोर मजबूत बना रहेगा और भविष्य में आपको लोन या क्रेडिट कार्ड पर बेहतर शर्तें मिल सकती हैं।अगर CUR बढ़ जाए, तो क्या करें?CUR को काबू में रखने का सबसे आसान उपाय है कि आप एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखें और खर्च को उनमें बांट लें। अब मान लीजिए आपके पास दो कार्ड हैं। दोनों की लिमिट ₹1 लाख-₹1 लाख है। अब अगर आपको ₹1 लाख खर्च करना है, तो पूरा अमाउंट एक ही कार्ड पर खर्च करने की बजाय आप दोनों कार्ड पर ₹50,000-₹50,000 खर्च करें।इससे हर कार्ड का क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो 50% रहेगा। यह भले ही आदर्श 30% से थोड़ा ज्यादा है, लेकिन 100% से कहीं बेहतर है। इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर कम नेगेटिव असर पड़ेगा।यह भी पढ़ें : Credit Card Benefits: गर्मी में ट्रैवल का प्लान? ये 5 क्रेडिट कार्ड फायदे कराएंगे जोरदार बचत