ट्रेंडिंग
IRCTC Tatkal Booking: आपको भी नहीं मिलता तत्काल टिकट? रेलवे ने खुद बताया कौन है असली गुनहगार - irctc... सरकार जब चाहे कर सकती है आपकी जमीन पर कब्जा? सुप्रीम कोर्ट का फैसला जानकर हो जाइए अलर्ट - government... PM Kisan Yojana: सरकार कब देगी 20वीं किस्त, क्या धान की रोपाई से पहले खाते में आ जाएंगे ₹2000? - pm ... Gold Rate Today: जियोपॉलिटिकल टेंशन बढ़ने से गोल्ड उछला, आपको क्या करना चाहिए? - gold rate today gol... Zepto ने 2026 के लिए टाला IPO का प्लान, लेकिन DRHP इसी साल करेगी फाइल; प्राइवेट फंडिंग की जुगत में क... ITR Filing 2025: क्या है फॉर्म 26AS? टैक्स नोटिस से बचाने के लिए क्यों जरूरी है ये फॉर्म - itr filin... Gold Rate Today: गोल्ड में तेजी, बुधवार 4 जून को दिल्ली, मुंबई, पटना, लखनऊ, जयपुर में ये रहा 24 कैरे... Online ITR Filing: ITR-1 और ITR-4 की ऑनलाइन फाइलिंग शुरू, इन टैक्सपेयर्स के लिए हैं ये फॉर्म - incom... 8वें वेतन आयोग में सैलरी कैसे बढ़ेगी? कितना मिलेगा HRA-ट्रैवल अलाउंस, NPS और CGHS में कितना कटेगा पै... IPL 2025: विराट कोहली की आईपीएल में कितनी है सैलरी, कितना देना होगा टैक्स? - ipl 2025 virat kohli sa...

चीन ने अपनी एयरलाइंस को बोइंग विमान खरीदने से रोका, क्या ट्रंप भी करेंगे पलटवार? – china stops boeing aircraft purchase amid us trade war tensions escalate

9

US-China Trade War: अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर और भी गहरा हो गया है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने अपनी एयरलाइंस को बोइंग के विमान की डिलीवरी लेने से रोक दिया है। इसकी वजह टैरिफ वॉर ही है, जिसकी शुरुआत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रेसिप्रोकल के साथ की थी।चीन के एयरलाइंस वाले फैसले के साथ माना जा रहा है कि दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच टैरिफ वॉर का संकट और भी गहरा कर सकता है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि ट्रंप इसके जवाब में चीन पर पाबंदियां सख्त कर सकते हैं।चीन ने क्या फैसला किया है?संबंधित खबरेंचीन ने अपनी एयरलाइंस से कहा है कि वे बोइंग विमान न खरीदें। साथ ही, अमेरिकी कंपनियों से विमान से जुड़ा उपकरण और कलपुर्जे खरीदना भी बंद कर दें। पिछले हफ्ते अमेरिका ने चीन से आने वाले आयात पर 145% तक शुल्क लगाने की घोषणा की थी। चीन ने ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ को गैरकानूनी बताया और अमेरिकी उत्पादों पर 125% तक जवाबी टैरिफ लगा दिया।इन टैरिफ्स के चलते अमेरिका से विमान और उसके पुर्जे खरीदने की लागत में भारी वृद्धि होने की संभावना है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चीन सरकार उन एयरलाइंस की मदद करने की कोशिश कर रही है जो बोइंग जेट्स लीज पर लेती हैं और अब अधिक लागत का सामना कर रही हैं।चीन को राहत नहीं दे रहे ट्रंपअमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले हफ्ते अचानक टैरिफ बढ़ोतरी पर रोक लगाने का ऐलान किया था, लेकिन चीन को इससे कोई तात्कालिक राहत नहीं मिली। हालांकि शुक्रवार को अमेरिकी अधिकारियों ने चीन समेत कुछ देशों के लिए स्मार्टफोन, सेमीकंडक्टर और कंप्यूटर जैसे हाई-टेक प्रोडक्ट्स पर नए टैरिफ से छूट देने की घोषणा की।चीन का कहना है कि यह छूट नाकाफी है और अमेरिका को फौरन रेसिप्रोकल टैरिफ को वापस लेना चाहिए। वहीं, ट्रंप चीन को लगातार ‘टैरिफ का दुरुपयोग करने वाला देश’ बता रहे हैं। इससे जाहिर होता है कि दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर लंबा खिंच सकता है, क्योंकि कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है।यह भी पढ़ें : US-China Trade War: ट्रंप ने आजमाया हर दांव, पर टूट क्यों नहीं रहा चीन?

Leave A Reply

Your email address will not be published.