Akshaya Tritiya Gold Rate: 10 साल पहले अक्षय तृतीया पर खरीदा होता सोना, तो हो जाते मालामाल – if you had invested in gold on akshaya tritiya 10 years ago returns in 2025
Akshaya Tritiya Gold Rate: सोना सदियों से समृद्धि और शुभता का प्रतीक रहा है। इसे अक्षय तृतीया जैसे शुभ मौकों पर खरीदने की परंपरा है। अगर आपने दस साल पहले अक्षय तृतीया के मौके पर सोने में निवेश किया होता, तो आज आपके पास शानदार रिटर्न होता।Ventura के मुताबिक, अक्षय तृतीया 2015 के मुकाबले अब तक सोने की कीमतों में 200% से ज्यादा का उछाल आया है। तब 24 कैरेट शुद्धता वाले गोल्ड का दाम करीब ₹26,936 प्रति 10 ग्राम था। अब अक्षय तृतीया 2025 से ठीक पहले सोना ₹94,000 से ₹95,000 प्रति 10 ग्राम के बीच ट्रेड कर रहा है। इसका मतलब सोने ने करीब 250% का रिटर्न दिया है। वहीं, हर साल का औसतन रिटर्न करीब 13% का रहा।पिछले 10 साल में गोल्ड का प्रदर्शनसंबंधित खबरेंअक्षय तृतीया के आसपास सोने ने लगातार मजबूत रिटर्न दिए हैं: साल 24 कैरेट गोल्ड प्राइस (₹/10 ग्राम) सालाना रिटर्न 2015 26,936 -11% 2016 29,805 11% 2017 28,873 -3% 2018 31,534 9% 2019 31,729 1% 2020 46,527 47% 2021 47,676 2% 2022 50,808 7% 2023 59,845 18% 2024 73,240 22% 2025 95,900 (फिलहाल) 31% (YoY) (सोर्स: Ventura)पिछले एक साल में ही सोने ने 30% से ज्यादा का रिटर्न दिया है। इसकी कीमत ₹73,240 प्रति 10 ग्राम से बढ़कर लगभग ₹96,000 तक पहुंच गई है।क्या अभी भी सोना खरीदना चाहिए?सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर हैं, इससे Ventura का अनुमान है कि इस साल बिक्री वॉल्यूम में 10–20% तक गिरावट आ सकती है। लेकिन ऊंची कीमतों के कारण राजस्व में ज्यादा बदलाव नहीं आने की उम्मीद है।उपभोक्ता व्यवहार में भी बदलाव दिख रहा है। लोग अब भारी गहनों की बजाय हल्के डिजाइनों, स्टडेड ज्वेलरी या शादी-ब्याह में नकद उपहार देने का विकल्प चुन रहे हैं।निवेश के लिहाज से भी मांग बढ़ रही है। कई निवेशक अब गहनों की जगह गोल्ड बार, सिक्के और डिजिटल गोल्ड को तरजीह दे रहे हैं। Ventura के मुताबिक, निवेश के लिए बार और सिक्के ज्वेलरी और गोल्ड ETF की तुलना में बेहतर रिटर्न दे रहे हैं।सोने में निवेश क्यों करते हैं लोग?Ventura का कहना है कि सोने में निवेश करने की कई वजहें हैं। सोना हमेशा से महंगाई के खिलाफ और संपत्ति बढ़ाने का कारगर तरीका है। समय के साथ सोने की कीमत बढ़ने की संभावना होती है। यह कई सदियों से देखा जा रहा है। सोना Liquidity का बेहतर विकल्प है। इसे चाहे बेचकर आसानी से पैसा बनाया जा सकता है। गोल्ड हमेशा से भरोसेमंद और शुद्ध संपत्ति मानी जाती है। सोने को अलग-अलग रूप (जैसे गहना, सिक्का, डिजिटल गोल्ड आदि) में खरीदा या बेचा जा सकता है। सोना एक सुरक्षित और आसान निवेश विकल्प है जो समय के साथ अच्छा रिटर्न भी दे सकता है। अगर आप निवेश के नजरिए से सोना खरीदना चाहते हैं तो गहनों की बजाय गोल्ड सिक्के, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स या गोल्ड ETF जैसे विकल्प भी बेहतर साबित हो सकते हैं, क्योंकि इनमें मेकिंग चार्ज और वेस्टेज नहीं होता। आगे सोने का भाव क्या रहेगा?सोने का भविष्य उज्जवल लेकिन थोड़ा अस्थिर नजर आ रहा है। Ventura का अनुमान है कि अगर भू-राजनीतिक तनाव बढ़ता है या वैश्विक आर्थिक हालात बिगड़ते हैं, तो अगले अक्षय तृतीया (19 अप्रैल 2026) तक सोना ₹1,01,000 से ₹1,04,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।वहीं, अगर अमेरिकी अर्थव्यवस्था मजबूत रहती है या फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती में देरी करता है, तो सोने के दाम ₹87,000 से ₹90,000 प्रति 10 ग्राम तक गिर सकते हैं। Ventura को उम्मीद है कि दिसंबर 2025 तक सोने की कीमत ₹86,000 से ₹96,000 के दायरे में रहेगी।इस साल कंज्यूमर सेंटिमेंट कैसा है?तेजी से बढ़ती कीमतों ने उपभोक्ताओं को सतर्क कर दिया है। अब लोग हल्के डिजाइन के गहनों और ज्वेलर्स द्वारा दिए जा रहे मंथली इंस्टॉलमेंट प्लान्स को प्राथमिकता दे रहे हैं। कई लोग पुराने गहनों को एक्सचेंज कर नए डिजाइन ले रहे हैं ताकि लागत को कम किया जा सके।अक्षय तृतीया का महत्व क्या है?अक्षय तृतीया को नए शुभ कार्यों की शुरुआत और निवेश के लिए बेहद पवित्र दिन माना जाता है। खासकर दक्षिण भारत में, इस दिन सोने की खरीदारी का खास अहमियत है, जहां देश की कुल सोने की मांग का 40% हिस्सा आता है। इसके बाद पश्चिम भारत (25%), पूर्वी भारत (20%) और उत्तरी भारत (10%) का स्थान है।इस साल अक्षय तृतीया का तिथि 29 अप्रैल शाम 5:31 बजे से शुरू होकर 30 अप्रैल दोपहर 2:12 बजे तक रहेगी। पूजा का शुभ मुहूर्त 30 अप्रैल को सुबह 5:40 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक रहेगा।यह भी पढ़ें : Akshaya Tritiya: अक्षय तृतीया पर सोना-चांदी ही नहीं, ये 10 वस्तुएं खरीदने की भी है परंपरा