Cloud Kitchen Business Idea: घर बैठे कैसे क्लाउड किचन का बिजनेस शुरू करें, कितनी हो सकती है कमाई, जानिए हर जरूरी बात – how to start cloud kitchen business in india with low budget high income full guide plan 2025
पिछले कुछ वर्षों में ऑनलाइन फूड डिलीवरी की डिमांड तेजी से बढ़ी है। ऐसे में अगर आपको खाने-खिलाने का शौक है तो क्लाउड किचन का बिजनेस कम लागत में शुरू कर सकते हैं। इसे घोस्ट किचन या वर्चुअल किचन भी कहते हैं। क्लाउड किचन का मतलब है कि आप किसी एक जगह कुकिंग करके ऑनलाइन डिलीवरी कर सकते हैं। इस तरह का मॉडल Zomato, Swiggy जैसे ऐप पर डिपेंड करता है। इसमें रेस्तरां चलाने जैसा खर्च नहीं आता है क्योंकि इसमें सिर्फ डिलीवरी होती है।क्लाउड किचन शुरू करने की लागत कमनॉर्मल रेस्तरां शुरू करने में काफी खर्च आता है। इसमें रेस्तरां की जगह के साथ इंटीरियर, फर्नीचर और वेटर स्टाफ पर काफी खर्च होता है। जबकि क्लाउड किचन में आपको एक छोटा सा किचन, कुछ शेफ और पैकिंग स्टाफ की जरूरत होती है। आप Zomato और Swiggy पर रजिस्टर्ड रहते हैं इसलिए आपको डिलीवरी की टेंशन नहीं होगी।संबंधित खबरेंभारत में फूड डिलीवरी का मार्केट 2025 तक ₹90,000 करोड़ से ज्यादा रहने का अनुमान है। क्लाउड किचन के जरिए आप इस ग्रोथ को आसानी से कैप्चर कर सकते हैं। क्लाउड किचन शुरू करने का खर्च अनुमानित लागत (₹ में) किचन स्पेस किराया (1-3 महीने) ₹30,000 – ₹90,000 बेसिक किचन इक्विपमेंट ₹50,000 – ₹1,20,000 पैकिंग मटेरियल (स्टार्टिंग स्टॉक) ₹10,000 – ₹20,000 फर्नीचर / बेसिक सेटअप (टेबल, शेल्विंग) ₹10,000 – ₹15,000 फूड रॉ मटेरियल (पहले 15-20 दिन के लिए) ₹20,000 – ₹30,000 लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन ₹10,000 – ₹15,000 ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लिस्टिंग और सॉफ्टवेयर (POS, Billing) ₹5,000 – ₹10,000 मार्केटिंग (डिजिटल एड्स, इंस्टा प्रमोशन, कूपन) ₹10,000 – ₹25,000 स्टाफ सैलरी (2 शेफ + 1 हेल्पर – 1 माह) ₹30,000 – ₹60,000 अन्य/कंटिजेंसी खर्च ₹10,000 – ₹20,000 इस हिसाब से शुरुआत में 2 लाख से लेकर 4 लाख रुपए का निवेश करना पड़ सकता है। अगर आप रोज 30-35 ऑर्डर भी सर्व करते हैं। और इन ऑर्डर्स का एवरेज कॉस्ट 150 रुपए होता है तो एक महीने में आपका रेवेन्यू 1.35 लाख रुपए से लेकर 2.25 लाख रुपए हो सकता है। इस तरह तीन से 6 महीने में आपका बिजनेस ब्रेक ईवन (ना प्रॉफिट ना लॉस) में आ सकता है।कैसे शुरू करें क्लाउड किचन का बिजनेस?अगर आप क्लाउड किचन शुरू करना चाहते हैं तो सबसे पहले डिमांड के हिसाब से बिजनेस प्लान बनाएं। इसके लिए आपको सबसे पहले डिमांड को समझना जरूरी है। जैसे ऑफिस जाने वाले लोगों के बीच घर के खाने की डिमांड बहुत ज्यादा रहती है। ऐसे में आप रोजमर्रा के खाने के साथ भी क्लाउड किचन शुरू कर सकते हैं। बिजनेस प्लान और डिश फाइनल करने के बाद आपको अपने फूड की कीमत तय करनी होगी। आपको मेनू तैयार करते हुए ध्यान रखना होगा कि ऐसे डिश चुनें जो जल्दी खराब ना हों। शुरुआत में कई आइटम का ऑप्शन ना रखें क्योंकि एकसाथ कई फूड आइटम मैनेज करने पर आपका खर्च बढ़ सकता है। अगर आप एक किचन एक ब्रांड से शुरू करते हैं तो आपका खर्च और कम हो सकता है। आगे डिमांड के हिसाब से आप अपने फूड आइटम बढ़ा सकते हैं।कौन होगा आपका कस्टमर?इन सबके बीच सबसे जरूरी ये तय करना है कि आपका टारगेट कस्टमर कौन है। इनमें स्टूडेंट्स, ऑफिस प्रोफेशनल्स या कोई और है। कस्टमर ग्रुप तय करने के बाद दूसरी जरूरी चीज है सही लोकेशन की तलाश। आपकी डिमांड अच्छी रहे इसलिए जरूरी है कि कोई ऐसा लोकेशन चुनें जो मेट्रो स्टेशन, रेजिडेंशियल कॉलोनी या ऑफिस हब के आसपास कोई जगह तलाश सकते हैं। इन जगहों पर आप को-वर्किंग किचन भी रेंट पर ले सकते हैं। एक अलग जगह लेने के बजाय को-वर्किंग किचन सस्ता पड़ेगा। Rebel Foods, Kitchens@ जैसी कंपनियां को-वर्किंग किचन की सुविधा देती हैं। को-वर्किंग स्पेस की तरह ही को-वर्किंग किचन काम करता है।क्लाउड किचन का बिजनेस शुरू करने के लिए क्या डॉक्यूमेंट्स चाहिए?किसी भी खाने-पीने का बिजनेस शुरू करने के लिए जरूरी है कि FSSAI लाइसेंस जरूरी होता है। इसके लिए आपको आवेदन करके लाइसेंस लेना होगा। इसके अलावा GST नंबर भी जरूरी है। क्लाउड किचन के लिए शॉप एंड एस्टैब्लिशमेंट एक्ट रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। और साथ ही आपको फायर सेफ्टी और म्यूनसिपल से जरूरी मंजूरी लेनी होगी।क्लाउड किचन के सेटअप के लिए क्या जरूरी है?क्लाउड किचन शुरू करने से पहले याद रखें कि हाइजीन और सेफ्टी स्टैंडर्ड्स बनाकर रखें। अगर आपने यहां चूक कर दी तो अपना पूरी बिजनेस गंवा सकते हैं। इसके बाद बेसिक चीजों की जरूरत होगी। इनमें गैस, बर्नर, फ्रिज, कुकिंग के लिए बर्तन जरूरी है। इसके बाद पैंकिंग मटीरियल की जरूरत होती है। इसके लिए बॉक्स, सीलिंग और ब्रांडेड स्टिकर्स चाहिए। पैंकिंग मटीरियल चुनने से पहले ये ध्यान रखें कि आजकल लोग सेहत पर ज्यादा ध्यान देते हैं। लिहाजा वो प्लास्टिक की पैकिंग से बचना चाहते हैं। ऐसे में अगर आप प्लास्टिक पैकिंग मटीरियल चुनते हैं तो मुमकिन है कि आपके संभाविक ग्राहकों का एक हिस्सा आपके हाथ से निकल सकता है। इसलिए बेहतर है कि आप पेपर पैकिंग चुनें।क्लाउड किचन में कैसे हासिल करें ऑर्डरक्लाउड किचन आपने शुरू कर दिया है लेकिन अगर ये बात किसी को पता नहीं है तो आपको ऑर्डर नहीं मिल पाएंगे। इसलिए सबसे पहले फेसबुक, इंस्टाग्राम पर अपना पेज बनाएं और उसे अपने डिश की खूबसूरत फोटो, Behind The Scene फोटो से अपडेट करते रहें। Behind The Scene फोटो इसलिए जरूरी है ताकि पता चले कि आप कुकिंग में कितना हाइजीन मेंटेन करते हैं। इसके बाद आप Zomato, Swiggy, Magicpin पर अपने बिजनेस को रजिस्टर करें। आप Google My Business पर भी लिस्ट कर सकते हैं ताकि लोकल सर्च पर आपका क्लाउड बिजनेस नजर आए।क्लाउड किचन से कितनी हो सकती है कमाई?क्लाउड किचन से होने वाली कमाई काफी हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि किचन की एफिशिएंसी कितनी है। यानि डिलीवरी कितनी तेजी से और कितनी बेहतर क्वालिटी के साथ हो रही है। इसके साथ ही पैकिंग और कस्टमर सर्विस पर भी इसकी कामयाबी निर्भर करती है। मसलन अगर आपने पैकिंग खराब रखी तो खाना ठंडा या लीक हो सकता है। अगर खाना बेस्वाद रहा तो कस्टमर्स दोबारा ऑर्डर नहीं करेंगे। इतना ही नहीं, इस तरह के बिजनेस में Pear to Pear प्रमोशन ज्यादा होता है। यानि आपने अच्छा खाना डिलीवर किया तो और कस्टमर्स जुड़ सकते हैं। अगर बेस्वाद और ठंडा खाना डिलीवर किया तो आपके नए जुड़ने वाले कस्टमर्स की संख्या बहुत कम हो सकती है। अगर इससे कमाई का अनुमान लगाएं तो छोटे स्केल पर बिजनेस शुरू करने पर तीन से 6 महीने आपको बिजनेस जमाने में लगेंगे। अगर एकबार बिजनेस जम गया तो हर महीने 30,000 से लेकर एक लाख रुपए तक की कमाई हो सकती है।क्लाउड किचन बिजनेस की क्या है चुनौतियां?इस बिजनेस की सबसे बड़ी चुनौती ग्राहकों का भरोसा जीतना है। अगर एकबार आपने भरोसा जीत लिया तो जबरदस्त मुनाफे में कोई मुश्किल नहीं आएगी।इसके साथ ही डिलीवरी टाइम में कंसिस्टेंसी बनाकर रखना जरूरी है। अगर कस्टमर्स को बताए गए समय से ज्यादा इंतजार करना पड़ा तो वह अगली बार आपको ऑर्डर नहीं देगा।तीसरी सबसे जरूरी चीज है शेफ और स्टाफ की ट्रेनिंग। क्योंकि हाइजीन और स्वाद के दम पर ही ये बिजनेस चल सकता है।इस बिजनेस की चौथी चुनौती है फूड वेस्टेज और कस्टमर कंप्लेंट्स को मैनेज करना। अगर किसी दिन ऑर्डर कम आया तो खाना कैसे बर्बाद होने से बचाएंगे ये तय करना जरूरी है क्योंकि इससे काफी खर्च बचेगा।क्लाउड किचन में कैसे मिलेगी कामयाबी?सबसे अंत में ये जानना जरूरी है कि इस बिजनेस को कामयाब बनाने के लिए आपको क्या करना होगा। इसके लिए जरूरी है कि हर ऑर्डर को ब्रांड का एक्सपीरियंस मानें। कस्टमर्स के फीडबैक को सीरियस लें और उसपर काम करें। ब्रांडिंग पर ध्यान दें। हफ्ते में एक या दो बार कूपन प्रमोट कर सकते हैं जिससे नए कस्टमर्स जोड़ने में आसानी होगी। इसके साथ ही फूड क्वालिटी और हाइजीन से कभी समझौता ना करें।