Credit Card: दूसरा क्रेडिट कार्ड बनवाने के बारे में सोच रह हैं? तो पहले ये बातें जरूर जान लें – credit card if you are planning for second credit card then know these things first
कई लोग पहले क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल के फायदों को ठीक तरह से जान लेने के बाद दूसरा क्रेडिट कार्ड बनवाने के बारे में सोचने लगते हैं। अगर आप भी दूसरे क्रेडिट कार्ड के बारे में सोच रहे हैं तो आपके लिए कुछ बातें जान लेना जरूरी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि क्रेडिट कार्ड से आपके लिए पेमेंट करना काफी आसान हो जाता है, लेकिन यह एक लायबिलिटी भी है। इसलिए दूसरा क्रेडिट कार्ड तभी बनवाना ठीक रहेगा, जब आपको वाकई इसकी जरूरत है। इसका मतलब है कि सिर्फ शौक के लिए दूसरा क्रेडिट कार्ड बनवाना ठीक नहीं है।बार-बार अप्लाई करने का क्रेडिट स्कोर पर खराब असरएक्सपर्ट्स का कहना है कि दूसरे क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के अप्लिकेशन का निगेटिव असर भी पड़ सकता है। अगर आप पहले क्रेडिट कार्ड के बिल को समय पर चुकाते हैं और आपका बिल पेमेंट रिकॉर्ड शानदार है तभी आपको दूसरे कार्ड के लिए अप्लाई करना चाहिए। जब आप दूसरे क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं तो बैंक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट ध्यान से देखता है। अगर आप लगातार अप्लाई करते रहते हैं तो बैंक यह समझता है कि आपके साथ कैश फ्लो की प्रॉब्लम है। ऐसे में बैंक आपके अप्लिकेशन को खारिज कर सकता है।संबंधित खबरेंदूसरे कार्ड के लिए कम से कम 3-6 महीने का वेट पीरियडकई बैंक और क्रेडिट कार्ड इश्यू करने वाली कंपनियां दूसरे कार्ड के लिए कम से कम 3 से 6 महीने तक इंतजार करने की सलाह देती हैं। इसकी वजह यह है कि इस दौरान आपकी पर्याप्त पेमेंट हिस्ट्री बन जाती है। आपका यूटिलाइजेशन रेशियो तैयार हो जाता है। यह भी पता चल जाता है कि आपकी दिलचस्पी पूरा बिल चुकाने में है या आप सिर्फ आंशिक पेमेंट करना चाहते हैं। अगर आप इस दौरान समय पर बिल चुकाते हैं, बैलेंस ज्यादा नहीं रखते हैं और कभी डिफॉल्ट नहीं करते हैं तो बैंक आपको दूसरा क्रेडिट कार्ड इश्यू करने में दिलचस्पी दिखा सकता है। वह आपको ज्यादा क्रेडिट लिमिट भी ऑफर कर सकता है।अपनी वित्तीय स्थिति के हिसाब से खुद तय करें वेट पीरियडएक्सपर्ट्स का कहना है कि 3 से 6 महीने के वेट पीरियड कोई नियम नहीं है। आप अपनी वित्तीय स्थिति के हिसाब से भी वेट पीरियड तय कर सकते हैं। अगर ऐसा लगता है कि आपको दूसरे क्रेडिट कार्ड की जरूरत है लेकिन आपका कैश फ्लो पर्याप्त नहीं है तो आप सैलरी में अगले इंक्रीमेंट तक इंतजार कर सकते हैं। अगर आपके पहले क्रेडिट कार्ड पर लगातार बैलेंस चल रहा है तो पहले आप उसे खत्म करने पर फोकस कर सकते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कई लोग दूसरा क्रेडिट कार्ड इसलिए बनवाते हैं कि वे अपने लिए सूटेबल बिल साइकिल चाहते हैं।यह भी पढ़ें: Gold rate today: क्या गोल्ड सच में निवेश का सबसे सुरक्षित विकल्प है?दूसरे क्रेडिट का सबसे बड़ा फायदा बिल साइकिल में बदलावनौकरी करने वाले लोगों को आम तौर पर महीने के आखिर में पैसे के दबाव का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर उनके पास दूसरे या तीसरे हफ्ते में शुरू होने वाली बिल साइकिल वाला क्रेडिट कार्ड होता है तो उन्हें काफी मदद मिल जाती है। इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है। मान लीजिए आपके क्रेडिट कार्ड का स्टेटमेंट डेट महीने की 15 तारीख है। इसका मतलब है कि अगर आप 16 तारीख को कोई ट्रांजेक्शन करते हैं तो वह अगले महीने के 15 तारीख को तैयार होने वाले बिल में दिखेगा। इसका पेमेंट उसके अगले महीने की शुरुआत में आपको करना होगा। चूंकि सैलरी महीने के अंत में आती है तो नए महीने की शुरुआत में बिल का पेमेंट करना आसान होता है।