Gold Crash: शेयर मार्केट क्रैश, गोल्ड में गिरावट! चढ़ने के समय भी गिर रहा है सोना, आखिर क्यों? – share market crash gold is falling why when it should be rising gold rate will 56000 soon gold price
Gold Crash: गोल्ड को हमेशा से सेफ हेवन माना जाता है। ऐसा ज्यादातर देखने में आया है कि जब शेयर बाजार में भारी गिरावट होती है तो गोल्ड की कीमतें आसमान छूती हैं। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। सब कुछ इसके उलट हुआ। आज 7 अप्रैल को शेयर मार्केट में एक समय में Sensex में 3,900 प्वाइंट और Nifty में 1,400 प्वाइंट की गिरावट आई। ये शेयर मार्केट के लिए ब्लैक मंडे रहा। ऐसे में गोल्ड की कीमतें चढ़नी चाहिए थी लेकिन सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। आज के बुलियन मार्केट में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने के भाव में करीब 700 रुपये की गिरावट आई। ये गिरावट पिछले सत्र में भी थी, जिससे निवेशक हैरान हैं। वैश्विक मंदी की बढ़ती आशंकाओं के बावजूद गोल्ड की चमक फीकी पड़ रही है।सोने में लगातार आ रही है गिरावटपिछले दो कारोबारी सत्रों में सोने की कीमतों में 4% से अधिक की गिरावट आई है, जिसमें सिर्फ शुक्रवार 4 अप्रैल को ही 3% की भारी गिरावट दर्ज की गई। सोमवार 7 अप्रैल को भी स्पॉट गोल्ड 0.3% गिरकर $3,027.90 प्रति औंस पर आ गया, जो 13 मार्च के बाद सबसे निचला स्तर है। भारत में भी यह असर दिखा, जहां 24 कैरेट सोना गिरकर 90,650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। जबकि, इसी महीने में 10 ग्राम सोने ने 95,000 रुपये के स्तर को पार किया था। अब सोने के रेट में लगातार गिरावट आ रही है।संबंधित खबरेंआखिर क्यों गिर रहा है सोने का भाव?जेपी मॉर्गन चेज के एक्सपर्ट के मुताबिक अब मांग में कमी और मंदी का जोखिम के कारण सोने के दाम गिर रहे हैं। बीते सालों में सोने की तेजी आर्थिक अनिश्चितता, महंगाई और केंद्रीय बैंकों की आक्रामक नीतियों के कारण थी। लेकिन हालिया गिरावट यह दर्शाती है कि बाजार की दिशा बदल रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि संस्थागत निवेशक अपनी अन्य एसेट्स में नुकसान की भरपाई के लिए सोना बेच रहे हैं। इससे कैश जुटाया जा रहा है या फिर मार्जिन कॉल्स को पूरा किया जा रहा है।आईजी के मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट येप जुन रोंग ने कहा कि बाजार में भारी भ्रम और अनिश्चितता है… सेफ हेवन फ्लो कुछ हद तक समर्थन दे रहा है, लेकिन मुनाफावसूली के चलते कमजोरी भी देखी जा रही है। पिछले हफ्ते वैश्विक शेयर बाजारों से लगभग $6 ट्रिलियन की पूंजी साफ हो गई। जापान का निक्केई इंडेक्स सोमवार को 9% गिर गया। इसका कारण अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के घोषित टैरिफ बढ़ोतरी और चीन की 34% की काउंटर टैरिफ है, जिससे वैश्विक बाजारों में घबराहट फैल गई।क्या सोना 56000 रुपये तक आएगा?Goldman Sachs ने 2025 के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व के 130 बेसिस पॉइंट की दर में कटौती का अनुमान लगाया है, जो पहले 105 बेसिस पॉइंट था। हालांकि फेड चेयर जेरोम पॉवेल ने कहा है कि अभी दरें घटाने की कोई जल्दी नहीं है, लेकिन बाजार का नजरिया अलग है। ट्रेडर्स का मानना है कि मई में ही कटौती की 54% संभावना है।मॉर्निंगस्टार के एक्सपर्ट जॉन मिल्स ने चेतावनी दी है कि सोना अगले कुछ सालों में $3,000 से गिरकर $1,820 प्रति औंस तक पहुंच सकता है, यानी 38% की गिरावट संभव है। अगर ऐसा होता है तो भारतीय बाजार में सोना 56000 रुपये तक आ सकता है।आगे क्या होगी सोने की चाल?मेहता इक्विटीज के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटीज) राहुल कलंत्री ने कहा कि उतार-चढ़ाव बना रहेगा। उन्होंने बताया कि सोने में $3,000–2,978 का सपोर्ट और $3,055–3,075 का रेजिस्टेंस है। वहीं भारत में यह रेंज 87,350 रुपये से लेकर 89,190 रुपये प्रति 10 ग्राम है। ऐसे में निवेशकों के लिए फिलहाल सतर्क रहना ही बेहतर ऑप्शन है।आज 10 लाख रुपये का निवेश कहां करने पर होगी छप्परफाड़ कमाई? जानिए एक्सपर्ट का जवाब