Gold Price: सोने की कीमतों में क्यों आया तेज उछाल, क्या भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव है वजह? – gold price surge amid india pakistan tension and dollar weakness
Gold Price: सोने की कीमतों में गुरुवार (24 अप्रैल) को फिर तेज उछाल देखा गया। पिछले कारोबारी सत्र में गोल्ड का दाम एक हफ्ते के निचले स्तर तक पहुंच गया था। लेकिन, भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने और निवेशकों के सस्ते दाम पर खरीदारी करने से सोने के भाव दोबारा तेजी आई है।गोल्ड का लेटेस्ट रेट क्या है?अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड यानी तत्काल डिलीवरी वाला सोना 1.5% बढ़कर $3,335.39 प्रति औंस पर पहुंच गया। वहीं गुडरिटर्न्स के अनुसार, भारत में गुरुवार को गोल्ड का रेट इस तरह रहा: 24 कैरेट: ₹98,240 प्रति 10 ग्राम 22 कैरेट: ₹90,050 प्रति 10 ग्राम 18 कैरेट: ₹73,680 प्रति 10 ग्राम संबंधित खबरेंसोने की कीमतों में तेजी की वजह?RSBL के एमडी पृथ्वीराज कोठारी का कहना है कि भू-राजनीतिक तनाव और डॉलर की कमजोरी ने गोल्ड की कीमतों में हालिया तेजी में अहम भूमिका निभाई है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के भूराजनीतिक तनाव बढ़ गया है। इससे निवेशक गोल्ड का रुख कर रहे हैं। गोल्ड एक दिन पहले सस्ता हुआ था। इससे निवेशक और आम खरीदारों ने गिरावट को खरीदारी के मौके रूप में देखा। डॉलर इंडेक्स 0.3% गिरने से भी अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए सोना सस्ता हो गया, जिसका निवेशकों ने फायदा उठाया। अमेरिका और चीन के बीच जारी टैरिफ वॉर भी खत्म नहीं हो रहा है। इससे निवेशक गोल्ड पर बुलिश रुख अपनाते नजर आ रहे हैं। गोल्ड पर एक्सपर्ट की क्या राय है?Capital.com के मार्केट एनालिस्ट Kyle Rodda ने कहा, ‘इस हफ्ते हम गोल्ड प्राइस में जो उतार-चढ़ाव देख रहे हैं, वह टेक्निकल ट्रेंड्स और खबरों पर आधारित जोखिम की वजह से है। हालांकि, गोल्ड की लॉन्ग टर्म के हिसाब से बुनियादी स्थिति मजबूत है। इसलिए जब गिरावट आती है, तो निवेशक मौके का फायदा उठाते हैं।’अमेरिका के ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट की टिप्पणियों ने भी सोने की रफ्तार को बल दिया। उन्होंने स्वीकार किया कि अमेरिका और चीन के बीच ऊंचे टैरिफ ‘लंबे समय तक’ नहीं रह सकते और इनमं कटौती की संभावना है। हालांकि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किसी एकतरफा कटौती की बात नहीं की है।निवेशकों को क्या करना चाहिए?एक्सपर्ट का मानना है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म ट्रेंड अब भी ऊपर की ओर है। इसका वजह है- वैश्विक अनिश्चितता, सेंट्रल बैंकों की खरीदारी और सुरक्षित निवेश की मांग।Kyle Rodda के अनुसार, ‘जब तक अमेरिका व्यापार नीति में निर्णायक बदलाव नहीं करता और वैश्विक तनाव में व्यापक कमी नहीं आती, तब तक सोने में तेजी बनी रह सकती है।’यह भी पढ़ें : Gold Rate Today: 1 लाख टच करने के बाद गिर रहा है सोना, लगातार दूसरे दिन सस्ता हुआ गोल्ड, चेक करें गुरुवार 24 अप्रैल का गोल्ड रेट