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Gold rate today: गोल्ड 22 अप्रैल को 1,00,000 रुपये के पार, सोने में निवेश करने का बेस्ट तरीका क्या है? – gold rate today gold prices above rupees 100000 per 10 gram know the best ways to invest in gold

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गोल्ड की कीमतें 22 अप्रैल को 1 लाख के पार चली गईं। दिल्ली में 24 कैरेट गोल्ड 1,650 रुपये प्रति 10 ग्राम के उछाल के साथ 99,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया। जीएसटी शामिल करने पर कीमत 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार हो गई। उधर, कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में गोल्ड फ्यूचर्स भी 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार हो गया। एक्सपर्ट्स का कहना है गोल्ड इंडेक्स गिरकर तीन साल के निचले स्तर पर आ गया है। इससे सोने को सपोर्ट मिला है। गोल्ड की कीमतों में तेजी जारी रहने की उम्मीद है। सवाल है कि गोल्ड में निवेश के लिए सबसे अच्छा तरीका क्या है?आप घर बैठे सोने में निवेश कर सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) सोने में निवेश करने के लिए आपका पहला विकल्प है। गोल्ड ईटीएफ फिजिकल गोल्ड की कीमतों को ट्रैक करता है। इसका मतलब है कि ईटीएफ की यूनिट की कीमत गोल्ड की कीमतों पर आधारित होती है। गोल्ड ईटीएफ स्कीम फिजिकल गोल्ड में निवेश करती है। गोल्ड ईटीएफ की 1 यूनिट एक ग्राम गोल्ड की कीमत के बराबर होती है। गोल्ड ईटीएफ स्कीम स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होती है। इसलिए इसमें लिक्विडिटी की दिक्कत नहीं होती है। आपको यह ध्यान रखना होगा कि चूंकि गोल्ड ईटीएफ स्कीम फिजिकल गोल्ड की कीमतों को ट्रैक करती है, जिससे गोल्ड की कीमतों में उतारचढ़ाव का असर इसकी यूनिट्स पर पड़ता है।संबंधित खबरेंसोने में निवेश के लिए दूसरा विकल्प म्यूचुअल फंड की गोल्ड स्कीम है। यह म्यूचुअल फंड एसेट मैनेजमेंट कंपनियों की गोल्ड स्कीम है। यह गोल्ड ईटीएफ में इनवेस्टर्स के पैसे का निवेश करती है। इससे गोल्ड की कीमतों में तेजी का फायदा गोल्ड म्यूचुअल फंड के इनवेस्टर्स को मिलता है। गोल्ड म्यूचुअल फंड में SIP से निवेश किया जा सकता है। यह लंबी अवधि में गोल्ड में बड़ा निवेश करने में मददगार है। चूंकि, यह एक्टिव स्कीम है, जिससे इसका रिटर्न लंबी अवधि में गोल्ड के रिटर्न से ज्यादा हो सकता है। इसमें लिक्विडिटी की भी कोई दिक्कत नहीं है।फिजिकल गोल्डइंडिया में फिजिकल गोल्ड में निवेश करने की परंपरा रही है। हालांकि, ज्यादातर निवेश शादी के मौके पर होता है। परिवार शादी के मौके पर बेटे-बेटी को गोल्ड ज्वैलरी देते हैं। इसलिए इंडिया में फिजिकल गोल्ड की डिमांड काफी ज्यादा है। फिजिकल गोल्ड आप ब्रांडेड गोल्ड कंपनियों से कर सकते हैं। आप गोल्ड ज्वैलरी, गोल्ड कॉइन, गोल्ड बार आदि खरीद सकते हैं। लेकिन, इन्हें सुरक्षित रखना एक बड़ा चैलेंज होता है।यह भी पढ़ें: SIPs vs Lumpsum: म्यूचुअल फंड की स्कीम में SIP से निवेश करें या एकमुश्त पैसा लगाएं? जानिए किसमें ज्यादा फायदासॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) की शुरुआत 2025 में हुई थी। तब से सरकार इसकी 67 किस्तें जारी कर चुकी है। एसजीबी BSE और NSE में सूचीबद्ध हैं। इन्हें स्टॉक एक्सचेंजों के जरिए खरीदा जा सकता है। हालांकि, इसके लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है। चूंकि, सरकार ने पिछले साल फरवरी से एसजीबी की नई किस्त पेश नहीं की है, जिससे अब इसे सिर्फ स्टॉक एक्सचेंजों से खरीदने का ही विकल्प है। बताया जाता है कि सरकार की दिलचस्पी एसजीबी की नई किस्त जारी करने में नहीं है। एसजीबी 8 साल में मैच्योर हो जाता है। इश्यू की तारीख से 5 साल बाद इसमें से पैसा निकाला जा सकता है।

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