Gold Rate: साल 2026 में 1,53,000 रुपये होगा सोना, क्या अभी करना चाहिए निवेश? – next year gold price will be 153000 you should buy gold this akshaya tritiya what gold expert say
Gold Rate Today: अक्षय तृतीया से पहले ही सोना 1 लाख रुपये के स्तर को छू चुका है। साल 2025 में सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। यार्डेनी रिसर्च के प्रेसिडेंट एड यार्डेनी का मानना है कि साल 2025 के अंत तक सोना $4,000 प्रति औंस तक पहुंच सकता है। अगले साल यानी 2026 में यह $5,000 प्रति औंस का आंकड़ा भी पार कर सकता है। यानी सोना इस साल 1,35,000 रुपये पहुंच सकता है। साल 2026 में गोल्ड 1,53,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है।पिछले साल अक्षय तृतीया से अब तक गोल्ड ने दिया 35 फीसदी रिटर्न20 अप्रैल को ग्लोबल मार्केट में सोने की स्पॉट प्राइस 1.7% उछलकर $3,383.87 प्रति औंस तक पहुंच गई, जो एक नया रिकॉर्ड है। अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स भी 2% बढ़कर $3,396.10 प्रति औंस पर पहुंच गए। इस साल अब तक सोना करीब 29% का रिटर्न दे चुका है, जबकि पिछले अक्षय तृतीया से अब तक इसमें 35% से ज्यादा की बढ़त आई है।संबंधित खबरेंक्यों मंहगा हो रहा है सोनायार्डेनी का कहना है कि सोने की इस तेजी के पीछे वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और कमजोर होता डॉलर जिम्मेदार हैं। डॉलर में कमजोरी आने से अन्य करेंसी में निवेश करने वालों के लिए सोना सस्ता हो गया है, जिससे मांग बढ़ी है।उन्होंने बताया कि कई देश अब डॉलर को सुरक्षित संपत्ति नहीं मानते और इसकी जगह सोना जमा कर रहे हैं। खासकर वे देश जिनके अमेरिका से संबंध कमजोर हैं। इसके साथ ही दुनिया के ज्यादातर सेंट्रल बैंक भी तेजी से सोना खरीद रहे हैं। यार्डेनी को लगता है कि यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा।उनके मुताबिक आज के अस्थिर माहौल में पोर्टफोलियो में सोना होना जरूरी है। यह स्टॉक और बॉन्ड मार्केट की अनिश्चितता से बचाव में मदद करता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हाल के दिनों में कीमतों में तेज उछाल आया है, जिससे निकट भविष्य में थोड़ी गिरावट आ सकती है, लेकिन उन्होंने इसे निवेश का एक बेहतर मौका बताया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कुछ टैरिफ 1 जुलाई तक टाल दिए हैं और यह एक संकेत हो सकता है कि बाजार को जल्द ही कुछ अच्छी खबर मिल सकती है।भारत को लेकर भी यार्डेनी आशावादी हैं। उन्होंने कहा कि भारत में अमेरिकी व्यापार समझौते की अच्छी संभावना है और अमेरिकी प्रशासन इसमें जल्दी कदम बढ़ा सकता है, भले ही यह समझौता प्रतीकात्मक ही क्यों न हो। उन्होंने यह भी कहा कि विदेशी निवेशक अब भारत को एक स्थिर और आशाजनक बाजार के रूप में देख रहे हैं। कुल मिलाकर वैश्विक उठापटक के बीच सोना एक बार फिर निवेशकों के लिए सुरक्षित और आकर्षक विकल्प बनकर उभर रहा है। अक्षय तृतीया जैसे अवसरों पर इसका लाभ उठाना निवेश के लिहाज से फायदेमंद साबित हो सकता है।Gold Rate: पिछले साल अक्षय तृतीया से अब तक सोने ने दिया 35% का रिटर्न, क्या अब बेच देना