बच्चों की हायर एजुकेशन के लिए कैसे करें सही फाइनेंशियल प्लानिंग? ये 6 प्वाइंट्स आएंगे काम – higher education foreign education kids how to plan six points to keep in mind share market fd
Foreign Education for Kids: भारत या विदेश में बच्चों की हायर एजुकेशन आज हर माता-पिता की सबसे बड़ी वित्तीय प्राथमिकताओं में से एक है। सिर्फ पैसे बचा लेना काफी नहीं है, बल्कि एक सही और सुनियोजित फाइनेंशियल प्लानिंग जरूरी है, ताकि आप बच्चों को उनके सपनों की उड़ान के लिए जरूरी सही समय पर कर सकें।एजुकेशन के खर्च लगातार बढ़ रहे हैं। खासकर विदेश में पढ़ाई के लिए ट्यूशन फीस, रहने का खर्च, यात्रा और करेंसी एक्सचेंज रेट्स जैसी चीजों का ध्यान रखना जरूरी होता है। यहां हम कुछ ऐसे 6 जरूरी कदम बता रहे हैं जो आपके बच्चे की भारत या विदेश में एजुकेशन का खर्च उठाने में मदद कर सकते हैं।1. भविष्य के एजुकेशन खर्च का सही अनुमान लगाएंसंबंधित खबरेंएजुकेशन का खर्च हर साल औसतन 5–7% बढ़ रहा है। विदेश में पढ़ाई के लिए खासकर इन चीजों का ध्यान रखें।ट्यूशन फीस: जर्मनी जैसे देशों में सरकारी यूनिवर्सिटी की फीस 10 लाख रुपये सालाना हो सकती है, जबकि अमेरिका और यूके में प्राइवेट यूनिवर्सिटी की फीस 40–50 लाख रुपये तक जा सकती है।रहने का खर्च: किराया, खाना, ट्रांसपोर्ट और यूटिलिटी बिल भी एक बड़ी रकम होती है।वीजा और यात्रा खर्च: फ्लाइट टिकट, वीजा फीस और मेडिकल टेस्ट जैसे खर्च जोड़ें।हेल्थ इंश्योरेंस और अन्य खर्च: कुछ देशों में हेल्थ इंश्योरेंस अनिवार्य होता है।2. जल्दी निवेश करना शुरू करेंजितनी जल्दी आप निवेश करना शुरू करेंगे, उतना ही पैसा ज्यादा बढ़ेगा।शॉर्ट टर्म के लिए: सेविंग अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिटलॉन्ग टर्म के लिए: म्यूचुअल फंड जैसे विकल्पजल्दी शुरू करने से छोटी राशि से भी बड़ा फंड बनाया जा सकता है।3. सही निवेश योजना चुनेंऐसी योजना चुनें जो आपकी कमाई और जरूरत के हिसाब से फ्लेक्सिबल हो।कुछ चाइल्ड इंवेस्टमेंट प्लान्स में आप तय कर सकते हैं कि आप हर महीने कितनी राशि निवेश करेंगे और कितनी बार करेंगे।4. स्कॉलरशिप और एजुकेशन लोन के विकल्प देखेंसरकार और निजी संस्थान कई तरह की स्कॉलरशिप देते हैं।इसके अलावा, भारतीय बैंकों और NBFCs के एजुकेशन लोन से ट्यूशन फीस और रहने का खर्च भी उठाया जा सकता है।लो इंटरेस्ट रेट, आसान रीपेमेंट प्लान और टैक्स छूट वाले विकल्प चुनें।5. विदेश रवाना होने से पहले की तैयारी करेंहर देश की वीजा प्रोसेस अलग होती है।मेडिकल टेस्टडॉक्यूमेंटेशनहेल्थ इंश्योरेंसये सभी खर्च भी आपकी योजना में शामिल होने चाहिए।6. करेंसी एक्सचेंज और महंगाई से निपटने की योजना बनाएंविदेशी करेंसी रेट्स में उतार-चढ़ाव से बचने के लिए करेंसी कार्ड या अंतरराष्ट्रीय बैंक अकाउंट खोलें।कुछ बैंक बेहतर करेंसी रेट और ट्रांसफर सेवाएं भी देते हैं जिससे पैसे की बचत होती है।महंगाई को ध्यान में रखकर बजट बनाएं, ताकि अंतिम समय पर कोई परेशानी न हो।बच्चे की हायर एजुकेशन के लिए सिर्फ सेविंग नहीं, बल्कि सही रणनीति से निवेश जरूरी है। म्यूचुअल फंड, फिक्स्ड डिपॉजिट और सेविंग अकाउंट का संतुलन आपको मजबूत आर्थिक आधार देगा। अगर आप शुरू से तैयारी करते हैं, तो बच्चे के सपनों को साकार करना आसान हो जाएगा।Gold rate today: ट्रंप के बड़ी ट्रेड डील के ऐलान की उम्मीद से गोल्ड फिसला, क्या यह खरीदने का सही वक्त है?