चेहरे पर चोट, खून से लथपथ शरीर…बेंगलुरु में एयरफोर्स के दो अधिकारियों पर हमला, खुद सुनाई अटैक की कहानी – indian air force officer and his wife attacked by a group of men in bengaluru video went viral
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एयरपोर्ट जाते वक्त भारतीय वायुसेना के दो अधिकारियों पर हमला हुआ है। इस हमले में विंग कमांडर को चेहरे और सिर पर चोटें आईं। इस हमले में विंग कमांडर की पत्नी को भी चोटें आईं हैं। उनकी पत्नी भी वायुसेना में अफसर हैं। घटना के बाद वायुसेना अघिकारी ने अपना एक वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में वो खून से लथपथ नजर आ रहे हैं।विंग कमांडर और उनकी पत्नी पर हुआ हमलाये हमला तब हुआ जब विंग कमांडर बोस और उनकी पत्नी स्क्वाड्रन लीडर मधुमिता एयरपोर्ट के लिए जा रहे थे। विंग कमांडर बोस ने बताया, “हमारी कार के पीछे से एक बाइक आई और उसने हमें रोक लिया… उस शख्स ने मुझसे कन्नड़ में गाली देना शुरू कर दिया। जब उन्होंने मेरी कार पर डीआरडीओ का स्टिकर देखा तो बोले, ‘तुम डीआरडीओ वाले हो’, फिर उन्होंने मेरी पत्नी को भी गाली दी। ये बात मैं सहन नहीं कर सका।” जब बोस उस शख्स से बात करने के लिए गाड़ी से उतरे, तो बाइक सवार ने उन पर चाबी से उनके माथे पर वार कर दिया। इसके बाद उसने उनकी कार पर पत्थर फेंका, जो बोस के सिर पर लगा और उन्हें फिर से चोट लगी।संबंधित खबरेंविंग कमांडर ने खुद शेयर किया वीडियोबोस ने बताया कि उनकी पत्नी उन्हें वहां से लेकर गईं और फिर दोनों पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने गए, लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने कार में बैठकर एक वीडियो रिकॉर्ड किया और कहा, “कर्नाटक की हालत अब ऐसी हो गई है कि सच्चाई देखकर यकीन नहीं होता। भगवान हमारी मदद करें। भगवान मुझे इतना संयम दें कि मैं कोई गलत कदम न उठाऊं। लेकिन अगर कल कानून हमारी मदद नहीं करता, तो मुझे मजबूरी में जवाब देना पड़ेगा।”मामले की जांच कर रही पुलिसपुलिस इस हमले की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि हमला बिना किसी वजह के हुआ या इसके पीछे कोई खास कारण था। पुलिस अधिकारी से बयान लेने की कोशिश कर रही है, हालांकि अब तक उनसे संपर्क नहीं हो पाया है। लेकिन उन्होंने अधिकारी की पत्नी से बात की है और घटना से जुड़े हालात समझने की कोशिश कर रहे हैं।घटना को लेकर रोसलेफ्टिनेंट जनरल कंवल जीत सिंह ढिल्लों ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि एक फौजी अधिकारी को अपनी ड्यूटी के दौरान कई जगहों पर तैनात किया जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या देश की सेवा और सुरक्षा करते वक्त उनसे यह उम्मीद की जानी चाहिए कि वे हर जगह की स्थानीय भाषा सीखें और अपनाएं? उन्होंने एक्स पर लिखा, “बैंगलूरु को हमेशा एक खूबसूरत और शांतिपूर्ण शहर माना जाता था, जहां अच्छे लोग मिलजुल कर रहते हैं। एक डिफेंस अधिकारी को अपनी नौकरी के दौरान 10 से 15 राज्यों में तैनात किया जाता है… क्या अब उसे अपने देश की रक्षा करने से पहले हर राज्य की भाषा भी सीखनी होगी, जिसमें उस राज्य के लोग भी शामिल हों?”भारतीय वायुसेना (IAF) ने कहा है कि वह अपने घायल अधिकारी से लगातार संपर्क में है और यह मामला कानूनी तरीके से सुलझाने के लिए पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को पूरा सहयोग दे रही है। वायुसेना ने बताया कि उनमें से एक अधिकारी को चोट लगी है और उनका अस्पताल में इलाज हुआ है।