53,984 रुपये की होम लोन EMI या 53,984 का SIP? जानिये घर खरीदने के लिए क्या है बेस्ट! – buying a house what is better rupees 53984 monthly home loan emi or 53984 sip which give you home and fund
Home Loan vs SIP: अपना घर खरीदना हर एक का सपना होता है। लेकिन होम लोन और भारी-भरकम EMI चुकाना कई बार बोझ बन जाता है। आप जितना लोन लेते हैं उसका दो गुना से ज्यादा अमाउंट बैंक को चुकाते हैं। वहीं, अगर SIP में निवेशक करते हैं तो घर के साथ बड़ा फंड भी खड़ा कर सकते हैं। कुछ फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि लंबे पीरियड तक EMI भरने के बजाय अगर आप उसी पैसे को SIP (Systematic Investment Plan) में लगाएं, तो भविष्य में आसानी से घर खरीद सकते हैं। अब सवाल उठता है कि क्या SIP में निवेश करना होम लोन लेने से बेहतर है?होम लोन की कॉस्ट को जानियेमान लीजिए आपने 60 लाख रुपये का होम लोन 9% सालाना ब्याज दर पर 20 साल के लिए लिया है। इस पर आपकी मासिक EMI करीब 53,984 रुपये बनेगी। 20 साल में आप कुल 69,56,053 रुपये सिर्फ ब्याज के तौर पर चुका देंगे। यानी 60 लाख रुपये के लोन पर कुल मिलाकर 1.30 करोड़ रुपये चुकाना पड़ेगा। मतलब 70 लाख रुपये के घर के लिए आपको लगभग दोगुनी रकम चुकानी पड़ेगी।संबंधित खबरेंSIP में निवेश का फायदाअगर आप हर महीने वही 53,984 रुपये एक म्यूचुअल फंड SIP में 20 साल तक निवेश करते हैं और औसतन 12% सालाना रिटर्न मिलता है, तो कुल निवेश 1.29 करोड़ रुपये होगा। लेकिन 20 साल बाद आपका फंड बढ़कर लगभग 5 करोड़ रुपये (4.96 करोड़ रुपये) हो सकता है। यानी आपको 3.67 करोड़ रुपये तक का फायदा मिलेगा।महंगाई का असर भी ध्यान में रखें6% की औसत महंगाई दर को मानें तो आज जो घर 70 लाख रुपये का है, उसकी कीमत 20 साल बाद 2.24 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है। यानी घर खरीदने की लागत भी समय के साथ बढ़ेगी।कौन सा ऑप्शन सही रहेगा?अगर आप होम लोन लेकर EMI भरते हैं, तो 20 साल में 69 लाख रुपये का ब्याज देकर 1.30 करोड़ रुपये चुकाएंगे। वहीं, SIP में निवेश कर आप लगभग 5 करोड़ रुपये जमा कर सकते हैं, जिसमें से 2.24 करोड़ रुपये खर्च कर घर खरीदने के बाद भी आपके पास 2.75 करोड़ रुपये बचेगा। यानी SIP के जरिए आप घर भी खरीद सकते हैं और अच्छा खासा फंड भी बचा सकते हैं। अगर आप सही निवेश की प्लानिंग है, तो SIP एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। लेकिन अगर घर की तुरंत जरूरत है, तो होम लोन ही लेना पड़ेगा। आपकी जरूरत और हालात के मुताबिक फैसला लेना सही होगा।1 मई से बदल जाएंगे बैंक, ATM और रेलवे से जुड़े 5 नियम, आपकी जेब पर पड़ेंगे भारी