सिर्फ 10000 के SIP ने बनाया करोड़पति, जानिए ऐसे 2 टैक्स सेविंग्स म्यूचुअल फंड स्कीमों के बारे में – mutual fund tax savings scheme know about two elss schemes that have made investors crorepati
ऐसे बहुत कम इनवेस्टमेंट ऑप्शंस हैं, जिनमें टैक्स-सेविंग्स के साथ अट्रैक्टिव रिटर्न मिलता है। म्यूचुअल फंड की टैक्स-सेविंग्स स्कीम में ये दोनों फायदें मिलते हैं। म्यूचुअल फंड की टैक्स-सेविंग्स स्कीम को इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ईएलएसएस) भी कहा जाता है। यह इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 80सी के तहत आती है। इसका मतलब है कि इस स्कीम में एक वित्त वर्ष में मैक्सिमम 1.5 लाख रुपये का निवेश कर टैक्स डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है।ईलएसएस में 3 सॉल का लॉक-इन पीरियडयह ध्यान में रखना होगा कि ELSS म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीम की कैटेगरी में आती है। चूंकि, यह टैक्स सेविंग्स स्कीम है, जिससे इसमें लॉक-इन पीरियड होता है। ELSS का लॉक-इन पीरियड 3 साल है। इसका मतलब है कि इस स्कीम में निवेश करने के तीन साल बाद ही आप अपना पैसा निकाल सकेंगे। सेक्शन 80सी के तहत आने वाली सभी टैक्स-सेविंग्स स्कीमों में सबसे कम लॉक-इन पीरियड ईएलएसएस का होता है।संबंधित खबरेंसेक्शन 80सी के तहत डिडक्शन का लाभईएलएसएस में आप हर महीने SIP से निवेश कर सकते हैं। अगर आप हर महीने 10,000 रुपये का निवेश SIP से करते हैं तो आप साल में 1,20,000 रुपये का निवेश ELSS स्कीम में करेंगे। इस पर आप सेक्शन 80सी के तहत डिडक्शन क्लेम कर सकेंगे। ELSS स्कीम का रिटर्न लंबी अवधि में बहुत अच्छा है। इसलिए यह स्कीम एक तरफ टैक्स बचाने में मदद करती है तो दूसरी तरफ लंबी अवधि में निवेश से एक बड़ा फंड तैयार हो जाता है।सिर्फ 10,000 रुपये के SIP ने बनाया करोड़पतिमनीकंट्रोल आपको ऐसी तीन ईएलएसएस के बारे में बता रहा है, जिन्होंने सिर्फ 10,000 रुपये के SIP से निवेशकों को करोड़पति बनाया है। लेकिन, आपको यह जान लेना जरूरी है कि अगर आप इनकम टैक्स की नई रीजीम का इस्तेमाल करते हैं तो आपको ELSS में निवेश करने पर डिडक्शन का फायदा नहीं मिलेगा। इनकम टैक्स की सिर्फ ओल्ड रीजीम में डिडक्शन का फायदा मिलता है। इसलिए अगर ओल्ड रीजीम का इस्तेमाल करते हैं तभी आपको ELSS में निवेश करना चाहिए।कोटक की टैक्स सेविंग्स स्कीम 2005 में शुरू हुई थीकोटक ईएलएसएस टैक्स सेवर म्यूचुअल फंड की ऐसी टैक्स सेविंग्स स्कीम है, जिसने सिर्फ 10,000 रुपये के SIP के निवेश से इनवेस्टर्स को करोड़पति बनाया है। यह स्कीम 23 नवंबर, 2005 को शुरू हुई थी। अगर स्कीम शुरू होने पर आपने इसमें हर महीने 10,000 रुपये का सिप शुरू किया होता तो पिछले साल अक्टूबर में आपका निवेश बढ़कर 1.10 करोड़ रुपये हो गया होता। इसका मतलब है कि 19 साल में 22.8 लाख रुपये निवेश करने पर आपका पैसा बढ़कर एक करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया होता।क्वांट की स्कीम ने 18 साल में 17% रिटर्न दिया हैक्वांट ईएलएसएस टैक्स सेवर ग्रोथ फंड ने भी निवेशकों को करोड़पति बनाया है। यह स्कीम अप्रैल 2000 में शुरू हुई थी। इस स्कीम का रिटर्न बीते 10 सालों में 19.49 फीसदी रहा है। बीते 18 सालों में इस स्कीम का सालाना रिटर्न 17.56 फीसदी रहा है। इस स्कीम में हर महीने 10,000 रुपये का SIP का निवेश 18 साल में बढ़कर 1,29, 94,596 रुपये हो गया होता। यह स्कीम ईएलएसएस की सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली स्कीमों में शामिल है।