ट्रेंडिंग
जम्मू कश्मीर के CM उमर अब्दुल्ला दिल्ली पहुंचते ही भड़के, फ्लाइट पहुंच गई थी जयपुर - omar abdullah i... Sensex Outlook: क्या 79000 का लेवल छूने के लिए तैयार है सेंसेक्स? 21 अप्रैल के लिए क्या है अनुमान - ... Diabetes Tips: डायबिटीज में रामबाण है करी पत्ता, फायदे कर देंगे हैरान - diabetes control curry eaves... Bank Holiday: कल सोमवार को बंद रहेंगे सभी बैंक, जानिये RBI ने क्यों दी है 21 अप्रैल की छुट्टी - bank... भारत को हर साल क्रिएट करनी होंगी 80 लाख से लेकर 1 करोड़ तक जॉब, स्किल के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान की भी ... Weather Update: दिल्ली-NCR में गर्म हवाएं और उमस का कहर, बारिश के बावजूद हाल बेहाल - weather update ... Gold Price Today: सोना एक हफ्ते में ₹1910 महंगा, चेक करें 10 बड़े शहरों का लेटेस्ट रेट - gold price ... Diabetes: रोजाना इस पौधे की पत्तियां चबाएं, ब्लड शुगर जड़ से होगा खत्म, BP-हार्ट के लिए है रामबाण - ... Business Idea: टी-शर्ट प्रिंटिंग का बिजनेस कर देगा मालामाल, कम पैसे लगाकर ऐसे करें शुरू - business i... 20  April 2025 Panchang: आज है वैशाख कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय ...

बागी पार्षद को बनाया नेता प्रतिपक्ष, विरोध में जमकर हंगामा

4

कांग्रेस से टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पार्षद आकाश तिवारी को रायपुर नगर निगम का नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने पर पार्टी के भीतर हंगामा मच गया है। विरोध में वार्ड नंबर 1 के कांग्रेस पार्षद संदीप साहू अपने समर्थकों के साथ राजीव भवन पहुंच गए और पार्टी के प्रभारी महामंत्री मलकित सिंह गैदू के दफ्तर में इस फैसले के विरोध में जमकर हंगामा किया।

पार्टी के इस फैसले से नाराज होकर शहर जिला कांग्रेस के संयुक्त महामंत्री लीलाधर साहू ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर ये फैसला वापस नहीं लेती, तो साहू समाज के लोग भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर प्रदर्शन करेंगे।

 

पहले संदीप साहू को बनाया गया था नेता प्रतिपक्ष

दरअसल, नगर निगम बजट के पहले शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने संदीप साहू को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया था और इसके लिए लेटर भी जारी कर दिया गया था। संदीप का दावा है कि उनकी नियुक्ति PCC की पर्यवेक्षक प्रतिमा चंद्राकर की मौजूदगी में, सभी पार्षदों और विधायकों से चर्चा के बाद हुई थी।

बाकायदा पीसीसी के पर्यवेक्षक प्रतिमा चंद्राकर ने सभी छाया पार्षदों और विधायकों से चर्चा करने के बाद उनके नाम का ऐलान किया गया था। पार्षद दल का नेता चुनने के लिए चुने हुए नेताओं से भी बात की और फिर नगर निगम आयुक्त और महापौर को लेटर भी भेजा गया था।

Leave A Reply

Your email address will not be published.