Silver price: चांदी को लगे तेजी के पंख, फिजिकल चांदी प्रीमियम पर कर रही कारोबार – silver price silver is on the rise physical silver is trading at a premium manoj mandoth
Silver price: चांदी की हॉलमार्किंग अगले 6 महीने में अनिवार्य हो सकती है। CNBC-आवाज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में BIS के DG प्रमोद तिवारी ने बताया कि अभी इसका ट्रायल फेज है लेकिन जल्दी ही इसे अनिवार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 6 महीने के अंदर चांदी की हॉलमार्किंग अनिवार्य हो सकती है। 1 सितंबर से चांदी की स्वैच्छिक हॉलमार्किंग शुरू हुई है। ट्रायल सफल होने के बाद अनिवार्य हॉलमार्किंग लागू होगी।उन्होंने आगे कहा कि 1 सितंबर से 6 डिजिट वाली हॉलमार्किंग शुरू हुई है। बैटरी स्वैपिंग स्टैंडर्ड की दिशा में भी काम जारी है। बहुत जल्दी ही इसके स्टैंडर्ड लागू होंगे। बुलियन की हॉलमार्किंग अनिवार्य करने में कई मुश्किलें हैं। फिलहाल इस पर गंभीरता से विचार चल रहा है। पुराने सोने को गला कर बनने वाले बुलियन से चुनौती काफी चुनौती मिल रही है।बता दें कि सरकार ने चांदी की शुद्धता के लिए 6 ग्रेड तय किए हैं। ये 6 ग्रेड हैं 800, 835, 900, 925, 970 और 990 जो शुद्धता का लेवल दिखाएंगे। शुरुआत में ये स्वैच्छिक (वॉलंटरी) रखा गया, यानी ज्वैलर्स चाहें तो इसे अपनाएंगे। लेकिन बाद में इसे अनिवार्य किया जाएगा सोने के लिए भी यही नीति अपनाई गई थी। बता दें कि सरकार ने 1 अप्रैल 2024 से गोल्ड और उसके आभूषणों पर अनिवार्य से रूप से हॉलमार्किंग लागू कर दी है।इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए श्री मंडोथ ज्वैलर्स के मनोज मंडोथ ने कहा कि चांदी की मांग कम नहीं हो रही है। 2008 में चांदी 50 डॉलर तक पहुंच गई थी। अब दोबारा चांदी का भाव 50 डॉलर तक पहुंच सकता है। चांदी की इंडस्ट्रियल मांग भी लगातार बढ़ रही है।उन्होंने आगे कहा कि बुलियन और बार की मांग तेजी से बढ़ी है। चांदी के गहनों की मांग बढ़ती हुई दिख रही है। खरीद का ट्रेंड अब बदल चुका है। लगातार बढती इंडस्ट्रियल मांग से तेजी जारी है। इंडस्ट्रियल मांग सालानाउत्पादन का 50 फीसदी है। देश में चांदी में खरीद बढ़ने से भी चांदी में तेजी आई।मनोज मंडोथ ने आगे कहा कि BRICS देशों की प्रेशियस मेटल्स में खरीद बढ़ी है। कीमतों में स्थिरता आने पर मांग में दोबारा तेजी आने की उम्मीद है। सोने में तेजी के कारण चांदी के गहनों की मांग बढ़ी है।(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।