अमेरिकी के लिए खतरे की घंटी…चीन इन रेयर अर्थ एलिमेंट्स के निर्यात पर लगाएगा रोक, तेज होगा ट्रेड वॉर! – china export curbs on rare earth elements disrupt global supply chain empact on us industries
US China-Trade War: अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर की शुरुआत हो गई है। अमेरिका ने चीन समेत दुनिया भर के देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया है। वहीं अब चीन भी ईंट का जवाब पत्थर से देने की तैयारी कर रहा है। चीन ने ऐलान किया कि वह सात खास और जरूरी रेयर अर्थ एलिमेंट्स के निर्यात पर सख्त रोक लगाएगा। ये रेयर एलिमेंट्स दुनिया भर की सप्लाई चेन को काफी प्रभावित कर सकती हैं।अमेरिका के लिए बेहद अहम ये एलिमेंट्सरिपोर्ट के मुताबिक जिन तत्वों पर रोक लगाई गई है, वे हैं- सैमरियम, गैडोलीनियम, टेरबियम, डिस्प्रोसियम, ल्यूटेटियम, स्कैंडियम और यिट्रियम। ये धातुएं इलेक्ट्रिक गाड़ियों, स्मार्टफोन, फाइटर जेट, मिसाइल और सैटेलाइट जैसी सैन्य तकनीकों को बनाने में बहुत जरूरी होती हैं। चीन जिन रेयर-अर्थ एलिमेंट्स पर निर्यात रोक रहा है, वे अमेरिका के लिए बहुत अहम हैं। ये वही धातुएं हैं जिन पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ज़ोर दिया था कि अमेरिका को अपनी इंडस्ट्रियल सप्लाई चेन मजबूत करने के लिए इन पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।संबंधित खबरेंसबसे बड़ा सप्लायर है चीनबीजिंग ने शुक्रवार को ऐलान किया था कि, चीन अब कुछ खास दुर्लभ धातुओं का विदेशों में निर्यात तुरंत रोक रहा है। इनमें सैमरियम, गैडोलीनियम, टेरबियम, डिस्प्रोसियम, ल्यूटेटियम, स्कैंडियम और यिट्रियम जैसे तत्व शामिल हैं। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, इन धातुओं का सबसे बड़ा सप्लायर चीन ही है, जो दुनिया की कुल जरूरत का करीब 70% उत्पादन करता है।डिफेंस और टेक्नोलॉजी के लिए बहुत जरूरीचीन के ये नए निर्यात नियम वैसे ही हैं जैसे पिछले साल जर्मेनियम और गैलियम पर लगाए गए थे। ये दोनों एलिमेंट्स भी डिफेंस और टेक्नोलॉजी के लिए बहुत जरूरी मानी जाती हैं। अब जो नई लिस्ट जारी हुई है, उससे अमेरिका की कई कंपनियों पर असर पड़ सकता है। क्योंकि इन दुर्लभ धातुओं का इस्तेमाल ऑप्टिकल लेज़र, रडार मशीनें, पवन टर्बाइन के लिए ताकतवर चुंबक, जेट इंजन की कोटिंग और नई तकनीक वाली संचार सेवाओं में किया जाता है।यूएसजीएस (अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे) के मुताबिक, रेयर अर्थ एलिमेंट्स पृथ्वी की सतह पर अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं लेकिन जिन जगहों से इन्हें आसानी से निकाला जा सके, वे बहुत कम हैं। एक अनुमान के अनुसार, उत्तरी अमेरिका में मौजूद इन तत्वों का भंडार काफी बड़ा है—अकेले अमेरिका में करीब 36 लाख टन और कनाडा में 1 करोड़ 40 लाख टन से ज्यादा दुर्लभ मृदा संसाधन मौजूद हैं।