Nifty मार्च के अपने निचले स्तर से 10% चढ़ा, म्यूचुअल फंड की इन स्कीमों ने किया मालामाल – nifty jumps 10 percent from its march low these mutual fund schemes perform well
भारत सहित दुनियाभर के स्टॉक मार्केट्स डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के झटके से उबरते दिख रहे हैं। निफ्टी और सेंसेक्स 4 मार्च के अपने निचले स्तर से करीब 10 फीसदी चढ़ चुके हैं। इस रिकवरी में म्यूचुअल फंडों का बड़ा हाथ है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ का ऐलान करने के बाद से भारत सहित दुनियाभर के बाजारों पर खराब असर पड़ा था। लेकिन, इनवेस्टर्स के यह समझ लेने के बाद इंडियन मार्केट्स में अच्छी रिकवरी आई है कि ट्रंप के टैरिफ का ज्यादा असर इंडिया पर नहीं पड़ेगा।अमेरिकी सरकार के साथ टैरिफ को लेकर भारत की चल रही बातचीत का भी अच्छा असर मार्केट्स के सेंटिमेंट पर पड़ा है। एंजल वन के सीनियर वीपी (रिसर्च) अमर देव सिंह ने कहा, “बैंकिंग स्टॉक्स में तेज रिकवरी देखने को मिली है। इसमें प्राइवेट और सरकारी दोनों ही तरह के बैंकों के शेयरों का हाथ है। Bank Nifty रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। यह इंडियन मार्केट्स के लिए अच्छा संकेत है। आगे मानसून अच्छा रहने का अनुमान है और इनफ्लेशन के कंट्रोल में रहने के आसार दिख रहे हैं। इसका अच्छा असर स्टॉक मार्केट्स पर पड़ेगा।”मार्केट में इस रिकवरी के दौरान टेक्नोलॉजी सेक्टर को छोड़ बाकी सभी एक्टिव इक्विटी फंड सेगमेंट का रिटर्न अच्छा रहा है। म्यूचुअल फंड रिसर्च प्लेटफॉर्म ACE MF के मुताबिक, मार्च 4 के बाद से सिर्फ टेक्नोलॉजी फंडों का रिटर्न निगेटिव में रहा है। दूसरी तरफ, बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज फंडों का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है। इस कैटेगरी के फंडों ने 4 मार्च से 21 अप्रैल के बीच 14.45 फीसदी रिटर्न दिया है।संबंधित खबरेंइंफ्रा, स्मॉलकैप, कंजम्प्शन, बिजनेस साइकिल, लार्ज और मिडकैप फंडों ने भी कम से कम 10 फीसदी रिटर्न इस दौरान दिए हैं। कम रिस्की माने जाने वाले लार्जकैप फंडों का औसत रिटर्न 9.52 फीसदी रहा है। अगर स्कीम के लिहाज से देखा जाए तो HDFC Defence Fund ने करीब 22 फीसदी रिटर्न दिया है। Mirae Asset Banking and Financial Services Fund, Bank of India Small Cap Fund, Bandhan Infrastructure Fund और Baroda BNP Paribas Focused Fund ने 15 फीसदी तक रिटर्न दिए हैं।फिसडम के रिसर्च हेड नीरव कारकेरा ने कहा कि ज्यादातर सेगमेंट के फडों का प्रदर्शन बेहतर रहा है। इसकी बड़ी वजह निचले स्तर पर शेयरों की खरीदारी हो सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि सभी तरह की कंपनियां अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। सिर्फ मुठ्ठीभर कंपनियों का प्रदर्शन अच्छा है। उन्होंने कहा कि आगे लार्जकैप बैंकों का प्रदर्शन अच्छा रहने की उम्मीद है। स्मॉलकैप सेगमेंट में हमें सेलेक्टिव रहना होगा। मिडकैप में भी सावधानी बरतनी होगी।