ट्रेंडिंग
Cyient Stocks: इस साल 31% टूट चुका है यह स्टॉक, क्या मौजूदा भाव पर निवेश करने से आगे तगड़ी कमाई होगी... EPFO से फरवरी में जुड़े 16.1 लाख नए सदस्य, युवाओं और महिलाओं की भागीदारी में उछाल - epfo february 20... Stock Market : दो महीने लंबे कंसोलीडेशन के बाद निफ्टी ने पार की 23800 की दीवार, 24600 की तरफ बढ़ने क... Gold Rate: 1 लाख रुपये से बस 200 रुपये दूर सोना! 10 ग्राम गोल्ड 99800 रुपये के पीक लेवल पर - gold ra... चेहरे पर चोट, खून से लथपथ शरीर...बेंगलुरु में एयरफोर्स के दो अधिकारियों पर हमला, खुद सुनाई अटैक की क... Income Tax: हर महीने 50000 रुपये से ज्यादा घर का किराया देते हैं तो इस नियम का पालन करें, नहीं तो आए... Market outlook : BSE लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 5 लाख करोड़ डॉलर के पार, जानिए 22 अप्रैल को कैस... एयरलाइंस पर ₹1500 करोड़ का टैक्स शिकंजा Bank of Baroda में LIC ने हिस्सेदारी बढ़ाकर की 7.05%, शेयर 3% चढ़कर बंद - lic has increased stake in... Dhanlaxmi Bank ने रिवाइज किया FD पर ब्याज, चेक करें लेटेस्ट एफडी रेट्स - dhanlaxmi bank fd rates rev...

‘अपना अतीत देखें’: निशिकांत दुबे के बयान पर BJP नेताओं ने कांग्रेस को दिखाया आईना, शेयर किया इंदिरा गांधी का वीडियो – nishikant dubey remarks on supreme court congress should look at its past bjp leaders shared indira gandhi video

1

Nishikant Dubey Remarks on Supreme Court: भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे की सुप्रीम कोर्ट पर टिप्पणी करने के बाद कई विपक्षी नेताओं ने अपनी निराशा व्यक्त की है। इसके बाद बीजेपी नेताओं ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं है जब न्यायपालिका पर इस तरह की टिप्पणी की गई हो। असम सीएम हिमंता बिस्वा शर्मा ने कांग्रेस नेताओं द्वारा न्यायपालिका के बारे में अतीत में कही गई टिप्पणियों का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कहा कि बीजेपी ने भारत के लोकतंत्र की आधारशिला के रूप में न्यायपालिका की स्वतंत्रता और गरिमा को लगातार बरकरार रखा है।शर्मा ने विपक्षी नेताओं द्वारा अतीत में की गई टिप्पणियों के स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए X पर लिखा, “जबकि बीजेपी इस सैद्धांतिक स्थिति पर कायम है। न्यायपालिका के साथ कांग्रेस पार्टी के ऐतिहासिक संबंधों की जांच करना उचित है। कांग्रेस ने कई मौकों पर न्यायपालिका के सम्मानित सदस्यों की सार्वजनिक रूप से आलोचना की है।”इसके अलावा बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस को अपने अतीत के बारे में पता होना चाहिए। मालवीय द्वारा शेयर किए गए वीडियो में पूर्व दिवंगत पीएम इंदिरा गांधी हैं। वीडियो में गांधी को राजनीतिक गतिशीलता और आर्थिक खतरों का आकलन करने की जस्टिस शाह की क्षमता पर सवाल उठाते हुए देखा जा सकता है।संबंधित खबरेंवीडियो में इंदिरा गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “श्री शाह को कैसे पता है कि राजनीतिक दुनिया में क्या हो रहा है? कौन सी ताकतें काम कर रही हैं जो विकासशील अर्थव्यवस्था को नष्ट करना चाहती हैं? क्या कोई जज यह तय करने में सक्षम है? फिर लोकतंत्र क्यों है? चुनाव क्यों होते हैं? सत्ता में राजनीतिक लोग क्यों होते हैं? शाह को कैसे पता है कि राजनीतिक दुनिया में क्या हो रहा है? कौन सी ताकतें काम कर रही हैं जो विकासशील अर्थव्यवस्था को नष्ट करना चाहती हैं? क्या कोई न्यायाधीश यह तय करने में सक्षम है?”निशिकांत दुबे ने क्या कहा?निशिकांत दुबे ने कहा था कि अगर हर बात के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़े तो संसद और राज्य विधानसभाओं को बंद कर देना चाहिए। उन्होंने X पर पोस्ट किया, “कानून यदि सुप्रीम कोर्ट ही बनाएगा तो संसद भवन बंद कर देना चाहिए।” बाद में उन्होंने पीटीआई के साथ बातचीत में सुप्रीम कोर्ट पर आरोप लगाया कि वह विधायिका द्वारा पारित कानूनों को रद्द करके संसद की विधायी शक्तियों को अपने हाथ में ले रहा है। यहां तक ​​कि राष्ट्रपति को निर्देश भी दे रहा है, जो सुप्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्ति कर्ता प्राधिकारी हैं।उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब सुप्रीम कोर्ट द्वारा वक्फ (संशोधन) अधिनियम के कुछ विवादास्पद प्रावधानों पर सवाल उठाए जाने के बाद केंद्र सरकार ने उसे अगली सुनवाई तक उन्हें लागू न करने का आश्वासन दिया है। शीर्ष अदालत इस अधिनियम की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है। इस माह के पहले हफ्ते में संसद ने यह कानून मंजूर किया था। Indira Gandhi — the Congress must know its own past. pic.twitter.com/B9GjOE3ghk — Amit Malviya (@amitmalviya) April 21, 2025दुबे ने अधिनियम द्वारा वक्फ प्रावधान को कमजोर करने पर अदालत की आलोचनात्मक टिप्पणियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसने अयोध्या में राम मंदिर समेत मंदिरों से जुड़े मामलों में दस्तावेजी सबूत मांगे हैं। लेकिन मौजूदा मामले में इसी तरह की आवश्यकता को नजरअंदाज करने का मार्ग चुना है। The Bharatiya Janata Party (BJP) has consistently upheld the independence and dignity of the judiciary as a cornerstone of India’s democracy. Recently, Hon’ble BJP President Shri @JPNadda ji reaffirmed this commitment by distancing the party from remarks made by Hon’ble MP Shri… pic.twitter.com/iI2yqPogVB — Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 20, 2025 संविधान के आर्टिकल 368 का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि कानून बनाना संसद का काम है। जबकि सुप्रीम कोरट् का काम कानूनों की व्याख्या करना है। उन्होंने कहा कि अदालत सरकार को आदेश दे सकती है, लेकिन संसद को नहीं। बीजेपी सांसद के इस बयान से पार्टी ने खुद को अलग कर लिया है।बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनकी टिप्पणियों को उनका निजी विचार बताया। उन्होंने लोकतंत्र के अभिन्न अंग के रूप में न्यायपालिका के प्रति सत्तारूढ़ पार्टी के सम्मान की भी पुष्टि की। नड्डा ने कहा कि उन्होंने पार्टी नेताओं को इस तरह की टिप्पणी न करने का निर्देश दिया है।ये भी पढे़ं- BCCI Contracts List 2025: बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में श्रेयस अय्यर और ईशान किशन की वापसी, A+ कैटेगरी में विराट कोहली और रोहित शर्मा समेत ये नाम शामिल

Leave A Reply

Your email address will not be published.