ट्रेंडिंग
अगर आपके पास भी है SGB तो ऐसे कर सकते हैं समय से पहले निकासी, मिल रहा 200% से अधिक का रिटर्न! - if y... RBI Repo Rate Cut: 4 बैंकों ने सस्ता किया कर्ज, क्या इनमें आपका बैंक भी है शामिल? - rbi repo rate cu... बैंक अधिकारी ने ग्राहकों की FD से उड़ाए ₹4.58 करोड़, शेयर बाजार में डुबाया सारा पैसा; जानिए कैसे खुल... 50,000 रुपये का लोन पाना हुआ आसान, सिर्फ कुछ मिनटों में बैंक अकाउंट में होगा पैसा, जानिये पूरी डिटेल... Gold Price Today: एक हफ्ते में सोना ₹660 महंगा, चांदी रिकॉर्ड हाई पर; चेक करें 10 बड़े शहरों का रेट ... जॉब इंटरव्यू में गलती से भी न करें ये गलती, वरना नहीं मिलेगी नौकरी - job interview tips do not do th... इस सरकारी बैंक ने सस्ता किया कर्ज, ग्राहकों को मिला RBI के रेट कट का फायदा - bank of baroda cuts len... Silver Price: चांदी में आएगी तूफानी तेजी, ₹130000 किलो तक जा सकता है भाव; जानिए क्या है वजह - silver... RBI Repo Rate Cut: होम लोन होगा सस्ता, FD पर लगेगा झटका; समझिए नफा-नुकसान का पूरा हिसाब - rbi repo r... BSNL के 3 सुपरहिट प्लान! कीमत 397 रुपये से शुरू, कॉल, डेटा और SMS सब मिलेगा 6 महीने तक मुफ्त - bsnl ...

‘जब अनुच्छेद 370 हटाया गया था, तब मैं जेल में था’ फारूक अब्दुल्ला ने पूर्व रॉ प्रमुख की किताब के दावों को किया खारिज – farooq abdullah rejects claims in former raw chief s book i was in jail when article 370 was removed

9

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को पूर्व रॉ प्रमुख एएस दुलत के इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया कि उन्होंने 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का समर्थन किया था। अब्दुल्ला ने इसे “पूरी तरह से गलत” बताया और कहा कि जब केंद्र ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द किया था, तब वह जेल में थे। दुलत की नई किताब ‘द चीफ मिनिस्टर एंड द स्पाई’ पर प्रतिक्रिया देते हुए अब्दुल्ला ने निराशा जताई और कहा कि किताब अशुद्धियों से भरी हुई है, खासकर जिस तरह से दुलत ने उनका चित्रण किया है।अब्दुल्ला ने न्यूज एजेंसी PTI से कहा, “दुलत साहब की किताब इतनी सारी गलतियों से भरी है कि मैं उनका वर्णन भी नहीं कर सकता। यह दुर्भाग्यपूर्ण है – अगर वह वाकई मुझे अपना दोस्त मानते हैं, तो उन्होंने ऐसी बातें नहीं लिखी होतीं। किताब में उन्होंने दावा किया है कि 1996 में जब मैंने सरकार बनाई थी, तो मैंने उनसे पूछा था कि सीएम किसे बनाया जाए – यह पूरी तरह से झूठ है।”पुस्तक में दुलत ने दावा किया है कि अब्दुल्ला ने सार्वजनिक रूप से विरोध करने के बावजूद अनुच्छेद 370 को हटाने के केंद्र के कदम का निजी तौर पर समर्थन किया था।संबंधित खबरेंदुलत की किताब के दावे पर अलग-अलग रायजब अगस्त 2019 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 को हटा दिया था, जिसके तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिया गया था, तो अब्दुल्ला ने बार-बार अपना विरोध जताया और सार्वजनिक भाषणों और मीडिया से बातचीत के जरिए लगातार अपना रुख साफ किया।दुलत की नई किताब में किए गए दावे की तीखी आलोचना भी हुई है- खासकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के भीतर से। अब्दुल्ला के करीबी सहयोगी दुलत को कई NC नेताओं की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा।नेशनल कांफ्रेंस के प्रवक्ता और विधायक तनवीर सादिक ने किताबों के दावों को “निराधार और काल्पनिक” बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि जम्मू-कश्मीर के सामने इस तरह के भ्रामक आख्यानों पर ध्यान देने से कहीं ज्यादा गंभीर मुद्दे हैं।अब्दुल्ला की बेटी सफिया अब्दुल्ला खान ने भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने दुलत पर कभी भरोसा नहीं किया और उन्हें ऐसे व्यक्ति के रूप में वर्णित किया, जिसकी “वफादारी केवल अपने प्रति थी”।Waqf Act 2025: ‘क्या मुस्लिम भी हिंदू ट्रस्ट का हिस्सा होंगे’: वक्फ कानून पर कल फिर होगी सुनवाई, सुप्रीम कोर्ट ने हिंसा पर जताई चिंता

Leave A Reply

Your email address will not be published.