गोल्ड लोन, पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड लोन में से आपके लिए कौन सबसे ज्यादा फायदेमंद? – gold loan personal loan credit card loan which one is best for your financial need
अचानक पैसे की जरूरत पड़ने पर या कोई बड़ी खरीदारी करने के लिए बैंक या एनबीएफसी से लोन का विकल्प उपलब्ध है। आम तौर पर लोग पर्सनल लोन लेना पसंद करते हैं। लेकिन, इसके अलावा लोन के कई दूसरे विकल्प भी मौजूद हैं। इनमें गोल्ड लोन, क्रेडिट कार्ड लोन और म्यूचुअल फंड पर लोन शामिल हैं। इनमें हर लोन के अपने फायदे और नुकसान हैं। सवाल है कि आपके लिए कौन सा लोन सबसे ज्यादा फायदेमंद है?पर्सनल लोनपर्सनल लोन लेने में लोग ज्यादा दिलचस्पी दिखाते हैं। इसकी बड़ी वजह यह है कि इसमें बैंक या एनबीएफसी के पास किसी तरह का कोलैटरल रखने की जरूरत नहीं पड़ती है। दूसरा, पर्सनल लोन का पैसा जल्द आपके बैंक अकाउंट में आ जाता है। इसके चुकाने के लिए 1-2 साल का समय मिलता है। लेकिन, पर्सनल लोन का इंटरेस्ट रेट ज्यादा होता है। बैंक और एनबीएफसी से आप घर बैठे पर्सनल लोन ले सकते हैं। सारी औपचारिकताएं डिजिटल तरीके से पूरी हो जाती हैं।अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो आप उस पर लोन सकते हैं। बैंक और एनबीएफसी यूजर्स को समय-समय पर लोन की स्पेशल स्कीम ऑफर करती रहती हैं। वे ग्राहकों को प्री-एप्रूव्ड पर्सनल लोन भी देती हैं। वे ग्राहक के क्रेडिट स्कोर और रीपमेंट हिस्ट्री को देख क्रेडिट कार्ड पर उन्हें लोन ऑफर करती हैं। क्रेडिट कार्ड लोन का पैसा भी ग्राहक के बैंक अकाउंट में आने में समय नहीं लगता है। इसकी वजह यह है कि बैंक और एनबीएफसी के पास पहले से ग्राहक की पूरी जानकारी उपलब्ध होती है। क्रेडिट कार्ड लोन का इंटरेस्ट रेट भी पर्सनल लोन के आसपास होता है। इसमें भी ग्राहक को किसी तरह का कौलेटरल बैंक या एनबीएफसी के पास गिरवी रखने की जरूरत नहीं पड़ती है।गोल्ड लोनअचानक पैसे की जरूरत पूरी करने के लिए गोल्ड लोन लेने का चलन तेजी से बढ़ा है। यह लोन सेक्योर्ड लोन की कैटेगरी में आता है। इसलिए गोल्ड लोन देने में बैंक या एनबीएफसी के लिए रिस्क कम होता है। ग्राहक घर में रखी गोल्ड ज्वेलरी बैंक या गोल्ड लोन कंपनियों के पास गिरवी रख लोन सकते हैं। लोन का पैसा पूरी तरह से चुकाने के बाद ग्राहको को गोल्ड वापस कर दिया जाता है। इस साल गोल्ड की कीमतों में 42 फीसदी उछाल आया है। गोल्ड की कीमतें चढ़ने पर ग्राहकों को मिलने वाला लोन का अमाउंट बढ़ जाता है। इसकी वजह यह है कि बैंक या एनबीएफसी गोल्ड की वैल्यू के 75 फीसदी तक लोन देते हैं। गोल्ड लोन का इंटरेस्ट रेट पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड लोन से कम होता है।म्यूचुअल फंड लोनबैंक और एनबीएफसी आपकी म्यूचुअल फंड यूनिट्स पर भी लोन ऑफर करते हैं। इसमें म्यूचुअल फंड की आपकी वैल्यू के 50-70 फीसदी तक लोन मिल सकता है। इसकी खासियत यह है कि इसका इंटरेस्ट रेट पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड लोन के मुकाबले कम होता है। चूंकि यह लोन भी सेक्योर्ड कैटेगरी में आता है, जिससे बैंक या एनबीएफसी के लिए इसमें रिस्क कम होता है। म्यूचुअल फंड पर 8-15 फीसदी इंटरेस्ट रेट के बीच लोन मिल जता है। इस लोन में इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि अगर आपकी म्यूचुअल फंड्स यूनिट्स की एनएवी बहुत ज्यादा गिर जाती है तो बैंक या एनबीएफसी आपको लोन का कुछ हिस्सा जल्द रीपेमेंट करने के लिए कह सकती हैं।आपके लिए कौन सबसे फायदेमंद?एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऊपर बताए गए लोन में से आपके लिए कौन सा सबसे ज्यादा फायदेमंद है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपको कितने अमाउंट का लोन चाहिए, कितने समय का लोन चाहिए और आप कितना इंटरेस्ट आसानी से चुका सकते हैं। कई लोग बैंक या एनबीएफसी के पास कोई कोलैटरल यानी संपत्ति या सोना गिरवी रखना पसंद नहीं करते हैं। ऐसे लोगों के लिए पर्सनल लोन या क्रेडिट लोन अच्छा विकल्प है। इसमें इंटरेस्ट रेट ज्यादा होता है लेकिन क्रेडिट स्कोर अच्छा होने पर बैंक कम इंटरेस्ट रेट पर भी लोन ऑफर करते रहते हैं। दूसरा, अगर आप ज्यादा अमाउंट का लोन चाहते हैं तो फिर गोल्ड लोन अच्छा विकल्प है। ज्यादा अमाउंट का गोल्ड लोन लेने पर बैंक या एनबीएफसी इंटरेस्ट रेट कम रखते हैं। म्यूचुअल फंड की यूनिट्स पर लोन लोन लेने से पहले आपको बैंक या एनबीएफसी की शर्तों को ठीक तरह से समझना होगा।