Netflix पर क्यों फूटा अनुराग कश्यप का गुस्सा? OTT के क्राइम बेव सीरीज की तारीफ कर कह दी बड़ी बात – filmmaker anurag kashyap criticized netflix india and praise drama series adolescence
Web Series Adolescence : नेटफ़्लिक्स पर आई एडोलसेंस सिरीज इन दिनों खूब वाहवाही बटोर रही है। लोग इस वेब सिरीज़ की काफी तारीफ कर रहे हैं। इसी बीच मशहूर फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप ने ‘एडोलसेंस’ के बहाने नेटफ्लिक्स पर गुस्सा निकाला। उन्होंने नेटफ्लिक्स द्वारा कंटेंट को मंजूरी देने के तरीके की आलोचना की। साथ ही कहा था कि अगर ‘एडोलसेंस’ को भारत में प्रेजेंट किया जाता, तो वो या तो इसे रिजेक्ट कर देते। उनका कहना है कि नेटफ्लिक्स को अच्छी कहानियों पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन इसके बजाय वे सिर्फ सब्सक्राइबर बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं।उनकी यह टिप्पणी ब्रिटिश क्राइम ड्रामा ‘एडोलसेंस’ की तारीफ करते हुए आई। उन्होंने कहा कि ऐसी कहानी को भारत में नेटफ्लिक्स कभी मंजूरी नहीं देगा। अनुराग कश्यप की इस आलोचना ने ओटीटी इंडस्ट्री में एक नई बहस छेड़ दी है।अनुराग कश्यप ने ‘एडोलसेंस’ की तारीफ कीसंबंधित खबरेंफिल्म निर्माता अनुराग कश्यप ने ब्रिटिश क्राइम ड्रामा ‘एडोलसेंस’ की तारीफ करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि, शो की बोल्ड स्टोरीटेलिंग को देखकर उन्हें ईर्ष्या हो रही है कि कोई ऐसा कंटेंट बना सकता है। अनुराग ने इस शो के निर्माताओं के साहस की सराहना की, जिन्होंने कहानी की हर बारीकी को बखूबी दिखाया। उन्होंने इसे अब तक देखी गई किसी भी फिल्म या सीरीज़ से बेहतर बताया।लेकिन इस तारीफ के साथ उनकी नेटफ्लिक्स इंडिया से नाराजगी और बढ़ गई। उनका मानना है कि भारत में ऐसा शो कभी मंजूरी नहीं मिलेगी, क्योंकि नेटफ्लिक्स यहां क्रिएटीविटी से ज्यादा बिजनेस पर फोकस करते हैं।नेटफ्लिक्स इंडिया पर साधा निशानाअनुराग कश्यप ने नेटफ्लिक्स इंडिया की कड़ी आलोचना की और इसके सीईओ टेड सारंडोस पर भी तंज कसा। टेड सारंडोस ने हाल ही में ब्रिटिश शो ‘एडोलसेंस’ की तारीफ करते हुए कहा था कि यह नई क्रिएटिव सीमाओं को छू रहा है और बेहतरीन परफॉर्मेंस पेश कर रहा है। इस पर अनुराग ने जवाब देते हुए कहा कि नेटफ्लिक्स इंडिया इसके बिल्कुल उलट है। अनुराग का कहना है कि, अगर नेटफ्लिक्स इंडिया को यह शो ऑफर किया जाता तो वे इसे या तो रिजेक्ट कर देते या फिर इसे 90 मिनट की फिल्म बना देते। उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऐसा करना भी मुश्किल होता, क्योंकि इस शो का अंत साधारण नहीं बल्कि संस्पेस भरा है।कही ये बात”हम लॉस एंजेलिस में बैठे अपने मालिकों का साथ पाने वाले नेटफ़्लिक्स इंडिया के सबसे बेईमान और भ्रष्ट लोगों के साथ कभी भी इतनी ताक़तवर और ईमानदार चीज़ें कैसे बना सकते हैं? टेड और बेला का ये पाखंड 1.4 अरब लोगों के भारतीय बाज़ार में है, जहां उन्हें सिर्फ़ सब्सक्रिप्शन बढ़ाने में रुचि है और कुछ नहीं। ये सब एडोलसेंस जैसे शो के प्रति मुझमें जलन और निराशा पैदा करता है।”